TIRANDAJ.COM. देश में बीमारियों के इलाज के लिए कई तरह के संसाधनों और युक्तियों का प्रयोग किया जाता है। इनमें से कुछ ऐसी हैं, जो खतरनाक है, लेकिन उनका नियंत्रित प्रयोग किसी वरदान से कम नहीं है। ऐसी ही एक युक्ति है रेडियोग्राफ़ी (rediography)। लेकिन अगर आप कुशल विशेषज्ञ से रेडियोग्राफी नहीं करा रहे हैं तो आपके लिए ये घातक साबित हो सकती है। विश्व रेडियोग्राफी डे पर tirandaj.com आपको इसके बारे में विस्तार से बता रहा है।
बीमारियों से मुक्त रहने के लिए ना जानें हम क्या क्या करते हैं। एक अच्छी और स्वस्थ जिंदगी जीने के लिए हम बेहतर खान-पान लेते है, एक अच्छे दिनचर्या को फॉलो करते हैं। साथ ही जरूरत पड़ने पर हम डॉक्टर्स की सलाह भी लेते है। इसके बावजूद भी हम कई बार बीमारियों का शिकार हो जाते है, और हमें बहुत से परिशानियों से जूझना पड़ता है।
इस बात में कोई शक नहीं कि बीमारी से जल्द से जल्द ठीक होने के लिए हमें दवाओं का सेवन करना पड़ता है, लेकिन हम कौन सी बीमारी से पीड़ित हैं। इसके लिए हमें कई तरह के टेस्ट करवाने पड़ते हैं और इन्हीं में से एक है रोडियोग्राफी। दरअसल रोडियोग्राफी एक ऐसी तकनीक है, जिसके जरिए लोगों की अंदरूनी समस्याओं के बारे में बहुत आसानी से जाना जा सकता है। आज यानी 8 नवंबर को विश्व रेडियोग्राफी दिवस मनाया जाता है।
विश्व रेडियोग्राफी दिवस का इतिहास
विश्व रेडियोग्राफी दिवस की शुरुआत 2012 में हुई थी। इस दिन को मनाने की पहल यूरोपियन सोसाइटी ऑफ रेडियोलॉजी, अमेरिकन कॉलेज ऑफ रेडियोलॉजी, और रेडियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ नॉर्थ अमेरिका की तरफ से की गई थी। तभी से हर साल दुनियाभर में 8 नवंबर को बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाने लगा।
रेडियोग्राफी में ये हैं शामिल
मरीजों की बीमारियों का अंदरुनी रूप से पता लगाने के लिए रेडियोलॉजिकल सिस्टम का उपयोग किया जाता है। इसमें एक्स-रे, एमआरआई और अल्ट्रासाउंड आदि शामिल हैं। इससे बीमारी का जड़ से पता लगाने में मदद मिलती है।

वरिष्ठ रेडियोलॉजिस्ट डॉ. सुधीर शुक्ला।