RAIPUR NEWS. शराब घोटाला मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) और आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) की टीम ने आज यानी 21 सितंबर को एक बार फिर छापेमारी की है। टीम ने रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग में कई शराब कारोबारियों के घर दबिश दी गई है। इस दौरान प्रदेशभर में 10 ठिकानों पर दस्तावेजों की जांच चल रही है। 2 दिन पहले ED ने भिलाई के हुडको और तालपुरी में राइस मिलर सुधाकर राव के घर पर भी छापेमारी की थी। बताया जा रहा है कि सुधाकर राव की भी घोटाले में संलिप्तता है। फर्जी बिल, बढ़े हुए बिलों के जरिए कमीशन और अवैध भुगतान कराने का आरोप है।
जानकारी के मुताबिक शराब घोटाला मामले में आर्थिक अपराध विंग ने प्रदेश के 10 ठिकानों पर छापेमारी की है. रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर में शराब कारोबारियों के घर छापा पड़ा है। राजधानी में 3 से 4 ठिकानों पर दबिश दी गई है। रायपुर के देवनगरी स्थित शराब कारोबारी अवधेश यादव के घर भी ईओडब्ल्यू की टीम पहुंची है। टीम दस्तावेजों की जांच कर रही है।
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ईडी के मुताबिक छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के शासनकाल के दौरान साल 2019 से 2022 तक लाइसेंसी शराब दुकानों पर डुप्लिकेट होलोग्राम लगाकर बड़ी मात्रा में अवैध शराब बेची जाती थी, जिसके चलते छत्तीसगढ़ के राजस्व विभाग को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ था। उस दौरान शराब को स्कैनिंग से बचाने के लिए नकली होलोग्राम भी लगाया जाता था, ताकि वह किसी की पकड़ में न आ सके। इस होलोग्राम को बनाने के लिए घोटाले में संलिप्त लोगों ने उत्तर प्रदेश के नोएडा में होलोग्राफी का काम करने वाली PHSE (प्रिज्म होलोग्राफी सिक्योरिटी फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड) कंपनी को टेंडर दिया था।
जांजगीर-चांपा जिले के अकलतरा में EOW की 12 सदस्यीय टीम ने दबिश दी है। कोयला व्यापारी जयचंद कोसले के अंबेडकर चौक स्थित घर में रेड की कार्रवाई की गई। जानकारी के अनुसार जय चंद कोसल के पिता खनिज विभाग में सहायक संचालक के पद पर पदस्थ हैं।
ACB-EOW की एक टीम जयचंद कोसले के रायपुर स्थित घर भी पहुंची है। सेजबहार स्थित अविनाश स्मार्ट सिटी के कॉलोनी में टीम ने दबिश दी है। 2 गाड़ियों में अफसर पहुंचे हैं। जयचंद कोसले पूर्व सीएम भूपेश बघेल की उप सचिव रही सौम्या चौरसिया का करीबी बताया जा रहा है।