WASHINGTON NEWS. दुनिया के कई देशों में जंग चल रही है। इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ा दावा किया है। ट्रंप ने कहा कि हमास ने यूएस-समर्थित सीज़फायर प्रपोज़ल को ठुकराकर साफ कर दिया कि वह शांति में दिलचस्पी नहीं रखता। स्कॉटलैंड की यात्रा पर रवाना होने से पहले ट्रंप ने कहा कि हमास वास्तव में समझौता नहीं करना चाहता। मुझे लगता है वे मरना चाहते हैं। अब समय आ गया है कि इसे खत्म किया जाए। हालांकि इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि वे बंधकों की वापसी और हमास शासन खत्म करने के लिए वैकल्पिक विकल्पों पर विचार कर रहे हैं।
इस जंग के बीच ट्रंप ने साफ-साफ कहा कि हमास सचमुच कोई समझौता नहीं करना चाहता। मुझे लगता है कि वे मरना चाहते हैं। यह बहुत, बहुत बुरा है। यह उस हद तक पहुंच गया है, जहां आपको काम पूरा करना ही होगा। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप का यह बयान ऐसे समय में आया है जब अमेरिका के मिडल ईस्ट पीस एनवॉय स्टीव विटकॉफ ने घोषणा की कि अमेरिका मौजूदा बातचीत से पीछे हट रहा है ताकि रणनीति की समीक्षा की जा सके।
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ट्रंप ने बताया कि उन्होंने एडन अलेक्जेंडर – आखिरी अमेरिकी-इजरायली बंधक – की रिहाई में अहम भूमिका निभाई थी. उनका कहना है कि हमास अब बातचीत के अंतिम चरण में भी समझौता नहीं करना चाहता, जिससे साफ है कि वह हिंसा जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध है। गाजा में मानवीय स्थिति बेहद खराब हो चुकी है। ट्रंप ने कहा कि अब डिप्लोमेसी का समय नहीं रहा, अब लड़ाई करनी होगी और सफाई करनी होगी। हमास को ढूंढ-ढूंढ कर खत्म किया जाएगा।
यूएस एनवॉय स्टीव विटकॉफ ने भी बातचीत में रुकावट के लिए हमास को जिम्मेदार ठहराया। इस पर हमास के सीनियर अधिकारी बासेम नईम ने फेसबुक पर कहा कि बातचीत रचनात्मक रही है और विटकॉफ का बयान इजरायल के पक्ष में दबाव बनाने की कोशिश है। मध्यस्थ देश कतर और मिस्र ने कहा कि बातचीत में कुछ प्रगति हुई है और बातचीत का सस्पेंड होना प्रक्रिया का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि वे अमेरिका के साथ मिलकर कोशिशें जारी रखेंगे।
गाजा में भुखमरी तेजी से बढ़ रही है। 24 घंटों में नौ लोगों की भूख से मौत हुई है। यूनाइटेड नेशन्स का कहना है कि बच्चों के लिए जरूरी न्यूट्रीशनल फ़ूड लगभग खत्म हो चुका है। वहीं, इजरायल का दावा है कि उसने पर्याप्त राहत सामग्री भेजी है, लेकिन यूएन इस पर सवाल उठा रहा है। शुक्रवार को इजरायली हमलों में 21 लोग मारे गए, जिनमें गाजा सिटी के एक स्कूल पर हुए हमले में पांच लोग शामिल हैं। इनमें पत्रकार आदम अबु हरबिद भी शामिल थे।
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