BILASPUR NEWS. शहर में नशे के खिलाफ चलाए जा रहे “चेतना विरुद्ध नशा अभियान” के तहत पुलिस ने एक बड़े नशा तस्कर का पर्दाफाश किया है। यह आरोपी ढाबे की आड़ में नशे का अवैध कारोबार चला रहा था और खुद को एक सफेदपोश व्यापारी के रूप में पेश कर रहा था। पुलिस ने आरोपी की करीब 1.5 करोड़ रुपये की संपत्ति फ्रीज कर दी है, जिसमें कृषि भूमि, फ्रीज, कूलर, अन्य घरेलू सामान शामिल हैं।
बता दें, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनीश सिंह के निर्देशन में की गई इस कार्रवाई में पुलिस ने श्याम श्रीवास और उसकी पत्नी सरोज श्रीवास की चल-अचल संपत्ति जब्त की। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी दंपति लंबे समय से मादक पदार्थों के संगठित व्यापार में संलिप्त थे और इसी अवैध कमाई से उन्होंने ढाबा, फर्नीचर और घरेलू उपकरणों समेत कई संपत्तियाँ अर्जित की थीं।
जांच के दौरान सामने आया कि आरोपी ने ढाबे में एक तहखाना भी बनवाया था, जहां नशे का सामान छिपाकर रखा जाता था। पुलिस की टीम ने जब छापा मारा तो तहखाने से नशे से संबंधित कई वस्तुएं और दस्तावेज बरामद हुए। यह आरोपी ढाबे का संचालन करता था, लेकिन असल मकसद नशे की तस्करी करना था। पुलिस ने जब जांच की तो पाया गया कि ढाबे पर काम करने वाले कुछ लोग भी नशा वितरण में शामिल थे।
बड़ी कार्रवाई: संपत्ति जब्त
पुलिस अधीक्षक रजनीश सिंह के निर्देशन में हुई इस कार्रवाई में आरोपी की 1.5 करोड़ रुपये से अधिक की चल-अचल संपत्ति जब्त की गई है। इनमें महंगी कृषि भूमि, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, गाड़ियां और अन्य मूल्यवान वस्तुएं शामिल हैं।
पुलिस ने जारी किया VIDEO
बिलासपुर पुलिस ने इस कार्रवाई का वीडियो फुटेज भी जारी किया है, जिसमें तहखाने की बरामदगी और जब्ती की कार्यवाही स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।