KARACHI NEWS. पाकिस्तान से बड़ी खबर मिली है। पाकिस्तान रेलवे की जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) नाम के ग्रुप ने हाईजैक कर लिया। इस ग्रुप ने बलूचिस्तान में 182 यात्रियों को बंधक बनाने की जिम्मेदारी ली। बलूच आर्मी ने दावा किया रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे पाकिस्तानी सेना के 30 जवान मारे जा चुके हैं। पाक सेना के मुताबिक बीएलए के 27 लड़ाकों की इस ऑपरेशन में मौत हो चुकी है।
BLA ने दावा किया कि उन्होंने ट्रेन पर अपना कंट्रोल कर लिया है और कहा कि छह सैन्यकर्मी मारे गए हैं, जबकि 182 यात्रियों को बंधक बना लिया गया। अलगाववादी ग्रुप ने कहा कि उसने रेलवे ट्रैक पर विस्फोटक लगाकर ट्रेन को रोक दिया। यह घटना उस समय घटी जब जाफर एक्सप्रेस पाकिस्तान के दक्षिण-पश्चिमी बलूचिस्तान प्रांत के क्वेटा से खैबर पख्तूनख्वा के पेशावर जा रही थी।
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बता दें कि अमेरिका और पाकिस्तान दोनों ने बीएलए संगठन पर प्रतिबंध लगा रखा है और इस पर अन्य प्रांतों के निर्दोष नागरिकों की हत्या करने का भी आरोप है। बीएलए ने बयान जारी कर धमकी दी कि अगर पाकिस्तानी सुरक्षा बल कोई सैन्य अभियान शुरू करते हैं तो वे सभी बंधकों को मार देंगे, लेकिन पाक सरकार ने अपने लोगों को छुड़ाने के लिए बीएलए के खिलाफ ऑपरेशन शुरू कर दिया।
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वहीं, पाकिस्तानी सुरक्षाबलों और बीएलए लड़ाकों के बीच रातभर फायरिंग होती रही। हालांकि अबतक ये क्लीयर नहीं हो पाया है कि जाफर एक्सप्रेस ट्रेन में कितने बंधक और बचे हुए हैं। जहां पाकिस्तान सेना ने दावा किया है कि 27 लड़ाकों को मार गिराया है। वहीं बीएलए ने कहा कि हमारा कोई भी आदमी नहीं मारा गया है। पाक सेना के 30 जवानों की मौत हुई है।
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पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक इस हमले का मास्टरमाइंड अफगानिस्तान में है और हमलावर सैटेलाइट फोन के जरिए उससे बातचीत कर रहे हैं। लड़ाके महिलाओं और बच्चों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं।
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ये हैं BLA की मांगे
बीएलए ने ट्रेन को बंधक बनाने के बाद अपनी मांगें पाक सरकार के सामने रखते हुए 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया। उनका कहना है कि बलूचिस्तान में पाकिस्तान की किसी भी एजेंसी या सुरक्षा एजेंसी का कोई भी नुमाइंदा वहां नहीं होना चाहिए। बलूचों का मानना है कि चीन के साथ CPEC प्रोजेक्ट चल रहे हैं। प्रोजेक्टों से उनके खनिजों का दोहन हो रहा है, इसलिए इस प्रोजेक्ट को बंद करना चाहिए। पिछले कई सालों से बलूच आर्मी लगातार ऐसे हमले करता रहा है। बीएलए ने कभी चीनी इंजीनियर को तो कभी पाकिस्तान को राजनयिकों को निशाना बनाया, साथ ही बलूच नेता जो पाकिस्तान की जेलों में बंद हैं, उन्हें जल्दी रिहा कर दिया जाए।