रायपुर। प्रदेश में किसानों की कृषि संबंधित परेशानियों के समाधान के लिए नई पहल की जा रही है। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय की ओर से प्रत्येक शनिवार को ‘ई-किसान चौपाल’ का आयोजन किया जाएगा।
साथ ही कृषि विश्वविद्यालय से जुड़े महाविद्यालयों व कृषि विज्ञान केन्द्रों के व्हाट्सएप ग्रुप ‘वैज्ञानिक किसान मंच’ से किसान जोड़े जाएंगे। इसके माध्यम से किसान खेती-किसानी से संबंधित अपनी परेशानियां रख सकते हैं।
बता दें कि प्रदेश के किसानों की खेती किसानी से संबंधित परेशानियों के निदान एवं समाधान के लिए इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय अब तकनीकी का इस्तेमाल करने जा रहा है। इस कड़ी में पहले सभी संबंधित महाविद्यालयों व कृषि विज्ञान केन्द्रों द्वारा ‘वैज्ञानिक किसान मंच’ व्हाट्सएप ग्रुप गठित किया जाएगा। इस ग्रुप में कम से कम 20 आश्रित ग्रामों के किसानों को शामिल किया जाएगा, जिसके जरिए वे अपनी समस्याओं का कृषि वैज्ञानिकों द्वारा उचित समाधान प्राप्त कर सकेंगे। इस व्हाट्सएप ग्रुप में मौसम के अनुरूप कृषि कार्यों की जानकारी भी दी जाएगी।
यही नहीं कोरोना संक्रमण की स्थिति के दृष्टिगत इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित महाविद्यालयों एवं कृषि विज्ञान केन्द्रों द्वारा प्रत्येक शनिवार को ‘‘ई-किसान चौपाल’’ का आयोजन भी ऑनलाइन किया जाएगा।
कोरोनाकाल में मिलेगी किसानों को बड़ी मदद
इस संबंध में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर एसएस सेंगर ने इस योजना पर जानकारी दी। उन्होंने कहा है कि कोरोना संक्रमण की स्थिति में राज्य के किसानों के खेती-किसानी से संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए ‘ऑनलाइन चौपाल’ का आयोजन किया जाएगा। इस कार्यक्रम में किसान अपनी फसलों एवं खेती-बाड़ी की अन्य समस्याओं का वैज्ञानिक समाधान ले सकेंगे। कोरोना संक्रमण की स्थिति में राज्य के किसानों की खेती-किसानी से संबंधित समस्याओं के निदान एवं समाधान में व्हाट्सएप ग्रुप ‘वैज्ञानिक किसान मंच’ तथा ई-किसान चौपाल महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे।
(TNS)