BILASPUR.छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस व बीजेपी ने तो अपने प्रत्याशियों के नाम जारी कर दिए है। वहीं अब अन्य पार्टियां भी अपने प्रत्याशियों के नाम जारी कर रही है। जेसीसीजे पार्टी भी लगातार लिस्ट जारी कर उम्मीदवार तय कर रही है। पिछले चुनाव के मुकाबले अधिक उम्मीदवारों को मैदान में उतारने का प्रयास किया जा रहा है। खास बात यह है कि जेसीसीजे कांग्रेस व बीजेपी दोनों के लिए नाराज नेताओं को सहारा दे रही है। वहीं बागी होकर टिकट के दावेदारी करने वाले जेसीसीजे से चुनाव लड़ने की तैयार में है।
बता दें, छत्तीसगढ़ विधानसभा के चुनाव 7 नवंबर व 17 नवंबर को होने है। ऐसे में कांग्रेस व बीजेपी दोनों ही पार्टियों में कई दिग्गज व वरिष्ठ नेताओं ने टिकट के लिए दावेदारी की थी। लेकिन सीट 90 और दावेदार अधिक होने से सभी को टिकट देना मुमकिन नहीं होता है। ऐसे में टिकट न मिलने पर ज्यादातर नाराज प्रत्याशी चुनाव लड़ने का मन बनाकर जेसीसीजे में शामिल हो गए है। चुनाव में इन प्रत्याशियों की भूमिका खास रहने वाली है। इनके मैदान में होने से भाजपा व कांग्रेस दोनों ही प्रभावित होंगे।
कई नेताओं ने थामा है जेसीसीजे का दामन
मस्तूरी से पूर्व भाजपा नेत्री चांदनी भारद्वाज ने बीजेपी से इस्तीफा देकर जेसीसीजे की सदस्यता ली और अब यहां से उम्मीदवार है। वहीं लोरमी से सागर सिंह बैस ने कांग्रेस से टिकट न मिलने पर जेसीसीजे की तरफ से उम्मीदवार के तौर पर चुनाव में हिस्सा लेने वाले है। इसी तरह कई ऐसे प्रत्याशी है जो जेसीसीजे में शामिल होकर चुनाव लड़ रहे है।
प्रभावित होंगे कांग्रेस-भाजपा दोनों
इस तरह से पार्टी के नाराज नेताओं के चुनावी मैदान में आ जाने से कांग्रेस व बीजेपी के प्रत्याशी के जीत पर फर्क पड़ेगा। क्योंकि इनके मैदान में आने से वोट बट जाएंगे।