RAIPUR NEWS. प्रदेश में धर्मांतरण के कई मामले सामने आए है। कुछ मामलों में तो धर्मांतरण करने वाले परिवार के सदस्य घर के अन्य सदस्यों को धर्मांतरण के लिए मजबूर करते हैं। वहीं कुछ मामलों में लालच देकर जरूरतमंदों को धर्मांतरण कराया जाता है। इस मामले में प्रदेश के गृह मंत्री विजय शर्मा ने कड़ा रुख किया है। उन्होंने ऐलान किया है कि धर्मांतरण रोकने नया कानून बनाया जाएगा। यह ऐलान उन्होंने विधायक अजय चंद्राकर की ओर से धर्मांतरण पर उठाए गए सवाल के प्रस्ताव के जवाब में दिया है।
बता दें, प्रदेश के गृह मंत्री विजय शर्मा ने धर्मांतरण पर नया कानून बनाए जाने का ऐलान किया है। वर्तमान समय में राज्य में धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम 1968 प्रभावी है।
गृहमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा है कि इस कानून को प्रभावी बनाने प्रभावी प्रावधानों वाला एक नया कानून बनाया जाएगा। ताकि सरकार इस कानून को सख्ती से लागू कर धर्मांतरण की गतिविधियों पर रोक लगा सकेगी।
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विदेशी फंडिंग से चलने वाले राज्य में 150 से अधिक संगठन है। इन्हें सिर्फ विदेश से ही नहीं बल्कि राज्य से भी करोड़ों रुपये की फंडिंग मिलती है। सरकार इन सभी संगठनों पर अब निगरानी करेगी ताकि किसी भी फंड का दुरुपयोग न किया जा सके।
विधानसभा में धर्मांतरण पर उठे सवाल
दरअसल प्रदेश में विधानसभा सत्र के दौरान धर्मांतरण पर कई सवाल उठाए गए थे। विधायक अजय चंद्राकर ने खास तौर पर इस पर सवाल उठाए थे। इनके अलावा कई अन्य विधायकों ने भी धर्मांतरण पर सवाल किया था।
इनमें राजेश मूणत, नीलकंठ टेकाम, सुशांत शुक्ला, रायमुनि भगत ने सवाल उठाए थे। साथ ही राज्य में चल रहे धर्मांतरण के विषय में भी बताया था। रायमुनि भगत ने बताया था कि उनके क्षेत्र में किस तरह से 80 वर्ष की हिन्दू महिला का अंतिम संस्कार धर्मपरिवर्तन कर उसके बेटे व गांव वालों के कारण ईसाई धर्म के मुताबिक किया गया।