अभय तिवारी
BALODA BAZAR. बलौदा बाज़ार प्रदेशभर में ख़बरों में है। पर इस बार ख़बर शहर के लिए नई है। क्षेत्र में काफ़ी सालो बाद बाघ की मौजूदगी देखी गई है। गिधौरी-कसडोल-लवन का क्षेत्र महानदी के मैदानों में बेस रिहायसी इलाक़े है। यहाँ जंगलों की भी तादाद अच्छी खासी है। जंगलों में भालू, हाथी, तेंदुएँ, हिरण, बाइसन, बराह आदि जानवर देखे जाते थे। बाघ का इस तरह से जंगल में विचरण करना ग्रामीणों के लिए कुछ नया सा अनुभव रहा।
सोनाखान, सिद्धखोल में भी दिखा था बाघ
लगभग एक माह पहले बाघ शहीद वीर नारायण की भूमि सोनाखान और फिर कसडोल के पास स्थित सिद्धखोलमें भी दिखा था। इसके बाद वो महानदी को पार कर लवन क्षेत्र में आने वाला ही था। कल लगभग पूरे एक दिन की मशक्कत के बाद भी वन विभाग की रेस्क्यू टीम असफल रही थी। आज ग्राम कोट में दिखने के बाद बाघ खेतों से होते हुए कसडोल के पारद नगर तक पहुंच गया था।
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ड्रोन से रखी जा रही थी नज़र
बाघ की मौजूदगी की पुष्टि के बाद कल ग्राम करदा, मरदा, डोंगरा, कोरदा क्षेत्र में मुनादी करवा दी गई थी। लोगों को अपने खेतों में ना जाने की हिदायत दी गई थी। कल देर शाम तक लवन मरदा रोड में बाघ की मौजूदगी देखी जा रही थी। ड्रोन कैमरे के माध्यम से वन विभाग की टीम लगातार बाघ पर नजर बनाए हुई थी। जब बाघ खेत के रास्ते रिहायशी क्षेत्र गोधरा ग्राम की तरफ़ भागा तो वहीं मौके पर मौजूद रेस्क्यू टीम ने तालाब के समीप जाल बिछा कर क़ैद करने की कोशिश की। लेकिन मौक़ा पाकर बाघ निकल गया था। फ़िलहाल बाघ के क़ैद होने के बाद वन विभाग के तमाम अधिकारी मौके पर मौजूद है और बाघ को रेस्क्यू कर जंगल में रिलीज़ करने की तैयारी कर रहे हैं।
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