संजीव कुमार सोनी
JHANSI NEWS. उत्तर प्रदेश के झाँसी में वर्ष 2017 के चर्चित रहे सर्राफा कारोबारी राजू कमरिया अपहरण काण्ड के आरोपियों पर अपर जिला एवं सत्र न्यायालय द्वारा सिपाही सहित तीन आरोपियों को आजीवन कारावास व 10-10 हजार रुपये अर्थदण्ड की सजा सुनाई गई।
बताते चलें कि न्यायाधीश विजय कुमार वर्मा प्रथम की अदालत ने मामले की सुनवाई के बाद अपहरण कर्ता शातिर अपराधियों पर चार दिन पूर्व दोष सिद्ध कर दिया था। आरोपियों पर सजा का फैसला 30 सितम्बर को सुनाया गया। अभियोजन की ओर से पैरवी कर रहे सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी देवेन्द्र पांचाल व सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता रविशंकर दिवेदी ने बताया कि 12 जुलाई 2017 को शहर कोतवाली क्षेत्र निवासी सराफा कारोबारी राजेन्द्र कुमार उर्फ राजू कमरिया को साथी राजू छोले का रात में फोर व्हीलर सवार बदमाशों ने बीकेडी चौराहा स्थित मिशन गेट के सामने से अपहरण कर लिया था।
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इस सनसनीखेज अपहरण काण्ड का खुलासा करने के लिए नई-नई बनी उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने यूपी एसटीएफ सहित झाँसी एसओजी और कानपुर जोन की पुलिस को लगाया था। घटना के 13 दिन बाद पुलिस टीम द्वारा मुठभेड़ के दौरान बदमाशों के चंगुल से अपहृत सर्राफा कारोबारी व उसके साथी को मुक्त करा लिया था। मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस का पूर्व सिपाही विनोद जाट, जितेन्द्र कंजा और लोकेन्द्र का नाम प्रकाश में आया था।
इस प्रकरण में पुलिस ने शहर के 16 अन्य को आरोपी बनाया गया था। सभी आरोपियों को जेल भेजकर न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल कर दिए थे। न्यायालय में सुनवाई के दौरान न्यायलय ने तीनों आरोपियों दोषी ठहराया। तीनों को आजीवन कारावास और 10-10 हजार रुपये अर्थदण्ड की सजा सुनाई। जबकि अन्य 16 आरोपी बरी हो गए।
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25 करोड़ की थी फिरौती माँग
अपहरणकर्ताओं द्वारा 25 करोड़ की फिरौती की माँगी गई थी। 12 जुलाई 2017 को हुए इस अपहरण काण्ड का खुलासा एसटीएफ और झाँसी एसओजी तथा आगरा की पुलिस ने 25 जुलाई 2017 को आगरा के निखिल वुड लैंड अपार्टमेंट से बदमाशों से सकुशल मुक्त कराया था।
एसओजी प्रभारी को मिली थी धमकी
उस समय टीम में यूपी एसटीएफ डीआईजी मनोज कुमार, झाँसी पुलिस कप्तान जेके शुक्ला, झाँसी एसओजी प्रभारी विक्रम सिंह, शहर कोतवाल अजय पाल सिंह सहित अन्य पुलिस कर्मी शामिल थे। अपहरणकर्ताओं में हार्ड क्रिमिनल उत्तर प्रदेश सरकार पूर्व सिपाही विनोद जाट ने झांसी एसओजी प्रभारी को एके 47 से गोली मारने की धमकी भी दी थी।
स्वयं सीएम योगी रखते थे निगाह
इस अपहरण काण्ड की घटना पर उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यममंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं प्रतिदिन निगाह रखते थे। योगी सरकार के निर्देशन पर पुलिस ने इस घुटना का खुलासा कर दिया था।