RAIPUR. छत्तीसगढ़ में शराब घोटाले पर लगातार कार्रवाई चल रही है। इस बीच, जेल में बंद एपी त्रिपाठी और त्रिलोक सिंह ढिल्लन के खिलाफ 4000 पन्नों का पूरक चालान पेश किया गया। इसमें 200 पन्नों की समरी के साथ ही इलेक्ट्रॉनिक एविडेंस के रूप में दो हार्ड डिस्क पेश किए गए। पूरक चालान में बताया गया है कि त्रिपाठी ने घोटाला करने के लिए शराब नीति अपने हिसाब से बनवाई। वहीं, त्रिलोक ढिल्लन ने फर्जी कंपनी का गठन कर करोड़ की हेराफेरी की।
ईडी के वकील सौरभ पांडेय ने बताया कि विशेष न्यायाधीश की अदालत में पेश किए गए चालान में दोनों के खिलाफ लगाए गए आरोपों का विस्तृत ब्योरा दिया गया है। बता दें कि छत्तीसगढ़ का शराब घोटाला करीब 2500 करोड़ रुपए का है। 2019 से 2022 तक राज्य में नकली होलोग्राम लगाकर अवैध तरीके से शराब घोटाला किया गया है। नकली होलोग्राम, डिस्टलरियों को वितरण, खाली बोतल और अवैध शराब की बिक्री के माध्यम से राज्य सरकार को करीब 2500 करोड़ रुपए की आर्थिक क्षति पहुंचाई है।
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इस घोटाले की जांच ईओडब्ल्यू के अलावा ईडी भी कर रही है। इस मामले में पूर्व आईएएस अनिल टूटेजा, अनवर ढेबर, एपी त्रिपाठी, अरविंद सिंह, त्रिलोक सिंह ढिल्लन और नकली होलोग्राम मामले में दीपक दुआरी, दिलीप पांडेय, अनुराग द्ववेदी, अमित सिंह को न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है।
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वहीं, कोयला घोटाले में जेल भेजे गए सूर्यकांत तिवारी के बड़े भाई और रजनीकांत तिवारी को 29 अगस्त की शाम को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद उसे ईओडब्ल्यू कोर्ट में पेश किया गया था। ईओडब्ल्यू ने उसे 13 दिन की रिमांड पर लिया है। 12 सितंबर को उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। वहीं, इसी प्रकरण में पूछताछ करने के बाद मनीष उपाध्याय को अदालत में पेश करने के बाद 12 सितंबर तक के लिए जेल भेज दिया गया है।