RAIPUR. छत्तीसगढ़ में मितानिन कार्यक्रमों का संचालन अब राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अर्थात NHM संभालेगा। इससे पहले 19 साल तक मितानिन कार्यक्रम का संचालन स्टेट हेल्थ रिसोर्स सेंटर अर्थात SHRC कर रहा था। छत्तीसगढ़ में 72 हजार से ज्यादा मितानिन केंद्र और राज्य सरकार की स्वास्थ्य सुविधाओं को निचले स्तर तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाती है।
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इस बदलाव पर स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल का कहना है की NHM के संचालन से सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी। मितानिनों की पेमेंट और ट्रेनिंग जैसी कई सुविधाएं बेहतर होगी। उन्होंने कहा कि किसी भी मितानिन, बीसी और डीसी को नौकरी से नहीं निकल जाएगा। कुछ लोग नौकरी से बाहर करने का भ्रम फैला रहे हैं। तो मैं आश्वस्त करता हूं कि किसी की नौकरी नहीं जाएगी।
दूसरी ओर ये अफवाह फैलाई जा रही है कि मितानिन, बीसी, डीसी को नौकरी से निकाला जाएगा। लेकिन अब खुद स्वास्थ्य मंत्री ने इन अफवाहों पर विराम लगा दिया है। उन्होंने बताया कि मितानिन, बीसी, डीसी की नौकरी जाएगी या नहीं?
मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश सरकार ने रक्षाबंधन से पहले मितानिनों को लेकर बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने तय किया है कि अब मितानिन कार्यक्रमों का संचालन NHM के द्वारा किया जाएगा। बता दें कि इससे पहले मितानिन कार्यक्रमों का संचालन SHRC के द्वारा किया रहा था। लेकिन अब सरकार ने व्यवस्था बदल दी है। इस बात की जानकारी खुद प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने दी है।
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मीडिया से बात करते हुए श्याम बिहारी जायसवाल ने बताया कि NHM के संचालन से सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी। पेमेंट और ट्रेनिंग जैसी कई सुविधाएं बेहतर होगी। उन्होंने अफवाहों पर विराम लगाते हुए ये भी स्पष्ट किया कि किसी भी मितानिन,बीसी, डीसी को नहीं निकाला जाएगा। कुछ लोग नौकरी से बाहर करने का भ्रम फैला रहे हैं, लेकिन मैं आश्वस्त करता हूं कि किसी की भी नौकरी नहीं जाएगी।