BILASPUR. ऑनलाइन ठगी के मामले बढ़ रहे हैं। कभी मोबाइल पर लिंक भेजकर तो कभी फेसबुक व व्हाट्सएप और टेलीग्राम के माध्यम से घर बैठे पैसा कमाने का लालच देकर लोगों को झांसे में लेकर लाखों रुपये की ठगी के कई मामले पुलिस के पास आए। ऐसे में पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच शुरू की थी। इसमें बिलासपुर की टीम को सफलता भी मिली है। पुलिस ने एक साथ 4 शातिर जालसाजों को गिरफ्तार किया है। इनमें से दो तो इंटरनेशनल ठग है।
बता दें, ऑनलाइन ठगी करने वाले सक्रिय गिरोह को धर दबोचने में बिलासपुर पुलिस को सफलता मिली है। पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने इसका खुलासा करते हुए बताया कि मोपका निवासी सियाशरण तिवारी को अज्ञात नंबर से व्हाट्सएप के माध्यम से संपर्क कर घर बैठे कार्य करते हुए धन अर्जित करने का प्रलोभन दिया गया।
फिर उसे टेलीग्राम एप के माध्यम से लिंक भेजकर गूगल मैप पर होटल, लॉज, किला की ऑनलाइन रिव्यू और रेटिंग कर उसका स्क्रीनशॉट भेजने पर आय अर्जित करने के नाम पर प्रार्थी से कुल 27 लाख 80 हजार 510 रुपये की ठगी की थी। इसकी रिपोर्ट पीड़ित ने सरकण्डा थाने में लिखाई थी।
इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। धोखाधड़ी करने वाले व्यक्तियों की जानकारी एकत्र करने सायबर पोर्टल पर रिपोर्ट दर्ज कर अवलोकन किया गया। संदिग्ध बैंक खातों को चिन्हांकित कर बैंक स्टेटमेंट, एटीएम फुटेज की समीक्षा एवं तकनीकी इनपुट के आधार पर आरोपियों के हिमाचल प्रदेश के शिमला व सोलन के आसपास में ठिकाना बनाकर अपराध करने की जानकारी प्राप्त हुई।
इसके बाद टीम बनाकर निरीक्षक राजेश मिश्रा के निर्देशन में हिमाचल प्रदेश के शिमला व सोलन की ओर रवाना की गई थी। टीम ने 1 सप्ताह से अधित समय तक हिमालच में रहकर आरोपियों का पता ठिकाना ज्ञात कर विवेचना प्रारंभ की। वहां ऑनलाइन ठगी को अंजाम देने वाले आरोपियों के इस कार्य में संलिप्त होने की जानकारी दी। स्थानीय पुलिस के सहयोग से आरोपी प्रियांशु रंजन से पूछताछ की गई।
उसने अपने साथी मोहम्मद शोबुल, राजवीर सिंह व टेम्फ कार्ल नगेह के साथ मिलकर विगत 1 वर्ष से अधिक समय से इस कार्य को करने की बात बताई। ऑनलाइन पैसा कमाने का झांसा देकर लोगों को ठगी का शिकार बनाने की बात बताई। आरोपियों से ठगी में प्रयोग किए गए मोबाइल फोन, लैपटॉप, फर्जी सिम कार्ड व फर्जी बैंक खाते जब्त किए गए। ये सभी आरोपी बाहरा विश्वविद्यालय वाक्नाघाट सोलन के छात्र है।
आईजी व एसपी ने दिए थे निर्देश
लगातार बढ़ रहे ठगी के मामले को देखते हुए जब आरोपियों के विषय में सुराग मिले तो आईजी डॉ.संजीव शुक्ला एवं एसपी रजनेश सिंह ने धोखाधडी व सायबर आरोी की समीक्षा कर राजपत्रित अधिकारियों के विशेष निर्देश दिए गए थे इस निर्देश पर ही बिलासपुर पुलिस ने टीम बनाकर आरोपियों की तलाश कर उनको धर दबोचा।