PENDRA.पेंड्रा में फरार ऑनलाइन सट्टा संचालक रितेश सुलतानिया पेंड्रा पुलिस की गिरफ्त में आ गया है। विगत दिनों आईपीएल के दौरान साइबर सेल की रेड के समय से ये फरार चल रहा था। बताया जा रहा है कि आरोपी की सट्टा खेलने से शुरुआत हुई, फिर शॉर्टकट के जरिए पैसे कमाने अपने दोस्त मधुर जैन के साथ खुद ऐप बना लिया और मास्टर आईडी के जरिए राजारानी ऐप नाम का सट्टे का अवैध कारोबार शुरू किया।
पुलिस के अनुसार ये लोग इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप और फेसबुक पर प्रचार करते थे और पिक्सआर्ट ऐप पर पोस्टर बनाते तथा सैकड़ों फर्जी सिम और फर्जी खाते खरीदे। वहीं सट्टा खिलाने स्थानीय युवाओं को एजेंट बनाकर अपना गिरोह तैयार कर रहे थे।
पेंड्रा थाने और साइबर सेल की संयुक्त टीम की कार्यवाही में ऑनलाइन सट्टा खिलाने वाले एजेंट, फर्जी सिम जुगाड़ने वाले सिम विक्रेता से लेकर खाता किराए पर देने वाले भी पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं और इस पूरे मामले में अब तक कुल 10 आरोपी गिरफ्तार हुए हैं। एक अन्य फरार आरोपी मधुर जैन फरार है जिसकी जमानत याचिका हाई कोर्ट से भी खारिज हो चुकी है, जिसकी पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है।
ऑनलाइन सट्टा महादेव ऐप के प्रमोटर्स का नोटिस वायरल
इधर ऑनलाइन सट्टा महादेव ऐप के प्रमोटर्स की ओर से जारी किया गया एक नोटिस वायरल हो रहा है। इसमें सभी ब्रांच के ऑनर को आगाह किया गया है कि अब एक भी स्टॉफ छत्तीसगढ़ का नहीं होना चाहिए।
इसके बाद एक भी स्टॉफ ब्रांच में दिखाई दिया तो उसी वक्त ब्रांच बंद कर दिया जाएगा। यह फरमान हैदराबाद में लोटस-444 संचालित करते वक्त पुलिस की छापेमारी से डर कर एक युवक के तीन मंजिल ऊपर से कूदने से हुई मौत के बाद जारी किया गया है।