RAIPUR. राजधानी में फायरिंग मामले में अभी शूटर पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं। दरअसल, तेलीबांधा स्थित पीआरए ग्रुप के कारोबारी की कार और दफ्तर के बाहर फायरिंग करने वाले शूटर 10 जुलाई को रायपुर पहुंचे। उसी दिन शाम को स्टेशन के ठीक सामने स्थित होटल में वे कमरा नंबर- 207 में ठहरे। 11 जुलाई की सुबह 8 बजे दोनों होटल से निकल गए। उसके बाद सीधे रात को लौटे। 12 जुलाई की सुबह वे फिर होटल से निकल गए। शाम होने के बाद लौटकर आए। 13 जुलाई की सुबह 8 बजे शूटर्स ने होटल छोड़ दिया। दोनों एक थैला लेकर आए थे। तीन दिनांे तक एक ही कपड़े में रहे। होटल के बाहर उनसे कोई मिलने आता था।
दरअसल, अब खुलासा हुआ है कि उनसे मिलने आने वालों ने ही उन्हें बाइक और पिस्टल दी थी। दो दिनों के दौरान उन्होंने कारोबारी की रेकी की। उन्हें पता चल गया था कि कारोबारी सुबह कब अपने दफ्तर पहुंचते हैं। 13 जुलाई को वारदात के लिए वे सुबह 9 बजे बाइक से अमलीडीह पहुंच गए। वहां कुछ देर उन्होंने कारोबारी का इंतजार किया। उन्होंने जब कारोबारी की गाड़ी दफ्तर के बाहर देख ली तब वे फायरिंग करने पहुंचे। शूटर्स ने सुबह लगभग 10.45 बजे गोली चलाई।
इसके उसके बाद श्याम नगर की ओर भागे। वहां बाइक लावारिस छोड़कर ऑटो में बैठकर स्टेशन पहुंचे। स्टेशन से उन्होंने दुर्ग के लिए टैक्सी ली। टैक्सी से वे कुम्हारी तक पहुंचे। वहां उतर गए। कुछ देर बाद दोनों बस में बैठ कर भिलाई पहुंचे। वहां चंद्रा मौर्या टॉकीज के पास उतरकर पैदल रामनगर चले गए। हालांकि सीसीटीवी में वे अंतिम बार भिलाई में दिखे हैं इस वजह से पुलिस की टीम िभलाई-दुर्ग में भी उनकी तलाश कर रही है। इसके अलावा टीमें झारखंड समेत आसपास के राज्यों में भेजी गई है।
पुलिस के मुताबिक शूटर की बाइक की जानकारी निकाली जा रही है। बाइक रांची झारखंड की है। बाइक मई 2019 में खरीदी गयी है। पुलिस बाइक का नंबर और चेसिस नंबर का मिलान कर रही है कि बाइक का नंबर तो फर्जी तो नहीं है। रांची पुलिस से संपर्क किया है। बता दें कि अमन के गुर्गे झारखंड में काम करने वाले कोल और कंस्ट्रक्शन कारोबारियों को धमकाकर पैसा वसूलते हैं।
वहीं, इस घटना को लेकर पुलिस-फोरेंसिक टीम ने सीन रिक्रिएट किया। पुलिस और फोरेंसिक की टीम रविवार शाम 5 बजे पीआरए ग्रुप पहुंची। वहां दफ्तर के बाहर और भीतर जांच की गई। जिस कार में गोली चलाई गई। उसे भी लाया गया। इस दौरान घटना को रिक्रिएट किया गया। बता दें कि शूटरों ने होटल में कमरा लेने के लिए रायगढ़ के एक युवक के नाम की आईडी जमा की है। शूटरों ने अपना मोबाइल नंबर भी गलत दिया था। इन सब कड़ी को जोड़कर पुलिस जांच में जुटी है।