बिलासपुर. शहर के सिक्योरिटी कंपनी गार्ड्स व कर्मचारियों का ईपीएफओ और सैलरी नहीं देने का मामला सामने आया है। इसमें कंपनी के डायरेक्टर पर आरोप है कि उसने 34 लाख 56 हजार रुपये कर्मचारियों के नहीं दिए है। गुरुवार को जेल ले जाते समय आफिसर को चकमा देकर फरार हो गया।
बता दें, भविष्य निधि संगठन ने मेसर्स सनी सिक्योरिटी सर्विसेज के प्रोपराइटर जीआर चैबे पर केस दर्ज कराया है। कंपनी में काम करने वाले सिक्योरिटी गार्ड्स ने शिकायत दर्ज कराई थी।
कंपनी में काम कर रहे सिक्योरिटी गार्ड्स को भविष्य निधि की राशि नहीं दी जा रही है। शिकायत पर भविष्य निधि संगठन के क्षेत्रीय आयुक्त ने मामले की जांच कराई।
जिसके बाद कंपनी के डायरेक्टर जीआर चैबे को नोटिस जारी किया गया। साथ ही उन्हें कर्मचारियों के 34 लाख 56 हजार रुपये जमा करने के लिए कहा गया।
लेकिन भविष्य निधि कार्यालय में पैसा जमा नहीं किया। जिसके बाद भी कंपनी ने उन्हें पैसा जमा करने का मौका दिया।
डायरेक्टर को दिया गया मौका
क्ंपनी के डायरेक्टर के खिलाफ इस मामले में लंबे समय से केस चल रहा है।
भविष्य निधि संगठन कार्यालाय ने उन्हें पीएफ का रुपये जमा करने के लिए कई मौके दिए लेकिन टाल मटोल कर संतोष जनक जवाब नहीं दिया।
जिसके बाद उनको नोटिस जारी किया गया। डिफाल्टर घोषित कर दिया गया। गुरुवार को पीए स्क्वाॅड के इन्फोर्समेंट आफिसर ने उन्हें पकड़कर कमिश्नर के सामने पेश किया।
जहां अंतिम मौका दिया गया। उस पर भी उन्होंने पैसे जमा नहीं किए तब जाकर उन्हें जेल भेजने का आदेश दिया गया।