RAIPUR. इस बार NEET UG के लिए रिजल्ट के टाई-ब्रेकिंग क्राइटेरिया में बदलाव किया गया है। दो या दो से अधिक छात्रों के नंबर बराबर होने पर सबसे पहले बायोलॉजी (बॉटनी और जूलॉजी) में हाईस्कोर वाले छात्र, इसके बाद केमिस्ट्री और फिर फिजिक्स के नंबर देखे जाएंगे। इसके बाद भी नंबर बराबर होने पर कंप्यूटर का उपयोग कर लॉटरी निकाली जाएगी।
इसके अलावा नीट यूजी में छात्रों की रैंक परीक्षा में मिले नंबरों के आधार पर तय होती है। इससे पहले आयु और आवेदन क्रमांक के आधार पर चयन होता था। इस तरह रजिस्ट्रेशन के लिए सिर्फ फोटोग्राफ, हस्ताक्षर और उंगली व अंगूठे के निशान की आवश्यकता होगी।
पिछले साल तक छात्रों को कक्षा 10 पास प्रमाणपत्र और पता प्रमाण भी जमा करना पढ़ता था। साथ ही सिलेबस में कुछ विषय हटाए गए हैं।
बता दें कि प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस 1910 और बीडीएस की 600 सीटें हैं। इनमें प्रवेश के लिए नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) यूजी-2024, 5 मई को आयोजित की जाएगी।
इसके लिए आवेदन प्रक्रिया चल रही है। 9 मार्च तक फार्म भरे जा सकते हैं। इस बारे वेबसाइट neet.nta.nic.in पर पूरी जानकारी मिल जाएगी।
पिछली बार राज्य के करीब 40 हजार से अधिक स्टूडेंट्स नीट-यूजी में शामिल हुए थे। इनमें से 19 हजार से ज्यादा क्वालिफाई हुए। प्रदेश में 10 सरकारी व 3 प्राइवेट मेडिकल कॉलेज हैं।
सरकारी कॉलेजों में 1460 सीटें हैं, जबकि निजी कॉलेजों में एमबीबीएस की 450 सीटें हैं। इसी तरह एक सरकारी समेत 6 निजी डेंटल कॉलेज हैं। नीट यूजी इंग्लिश, हिंदी सहित 13 भाषाओं में होगी। परीक्षा में कुल 720 अंकों के सवाल पूछे जाएंगे, जिसमें 200 प्रश्न रहेंगे।
बता दें कि प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों के संचालित पीजी पाठ्यक्रम में एडमिशन के लिए नीट पीजी-2024, 7 जुलाई को आयोजित की जाएगी। पहले यह परीक्षा 3 मार्च को होने वाली थी।
इसके लिए आवेदन की प्रक्रिया अभी शुरू नहीं हुई है। गौरतलब है कि राज्य के छह सरकारी व दो निजी मेडिकल कॉलेजों में पीजी के कोर्स हैं।