RAIGARH. रायगढ़ विधानसभा सीट में इस बार भाजपा और कांग्रेस को जीत के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ेगी। ऐसा इसलिए क्योंकि इस सीट पर न सिर्फ पार्टी से बगावत करने वाले निर्दलीय कैंडिडेट फॉर्म जमा करने की तैयारी में है बल्कि जनता कांग्रेस और आम आदमी पार्टी भी सीट से कैंडिडेट उतरने वाली है। ऐसे में बागी और निर्दलीय कैंडिडेट बीजेपी और कांग्रेस का समीकरण बिगाड़ने वाले हैं।
रायगढ़ विधानसभा सीट में इस बार चुनाव बेहद ही दिलचस्प होने जा रहा है। इस सीट पर यूं तो भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधी टक्कर है लेकिन निर्दलीय कैंडिडेट भी इस सीट का समीकरण बिगाड़ने की तैयारी कर रहे हैं। बात करें कांग्रेस की तो कांग्रेस से टिकट के प्रबल दावेदार शंकर लाल अग्रवाल निर्दलीय कैंडिडेट के रूप में फॉर्म खरीद चुके हैं। उन्होंने कहा है कि वह टिकट वितरण से असंतुष्ट है और निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। कमोबेश लैलूंगा सीट में भी सुरेंद्र सिदार ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।
इसी तरह भाजपा में भी टिकट वितरण से नाराज गोपिका गुप्ता ने निर्दलीय कैंडिडेट के रूप में फॉर्म खरीदा है। टिकट नहीं मिलने की दशा में वे निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी है। इसके अलावा आम आदमी पार्टी और जनता कांग्रेस ने भी सीट पर कैंडिडेट उतारने का फैसला किया है। इस सीट पर जिस तरह से पार्टियों में बगावत के स्वर उठ रहे हैं उसे देखते हुए वोटो का ध्रुवीकरण होना तय माना जा रहा है। ऐसे में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
हालांकि शाखा यादव महामंत्री कांग्रेस का कहना है कि रायगढ़ विधानसभा सीट में आम आदमी पार्टी और जनता कांग्रेस का कोई बड़ा जनाधार नहीं है। इसलिए ये पार्टियां कांग्रेस के वोट बैंक को जरा भी डैमेज नहीं करेंगे। टिकट वितरण के बाद कुछ लोगों में असंतोष जरूर है लेकिन उन्हें मनाने की कवायद की जा रही है। इस चुनाव में कांग्रेस पूरी एकजुट के साथ चुनाव लड़ेगी।
इधर, भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य गुरपाल भल्ला का कहना है कि निर्दलीय कैंडिडेट भाजपा के वोट बैंक को नुकसान नहीं पहुंचायेंगे। निर्दलीय कैंडिडेट के रूप में जिन लोगों के नाम सामने आ रहे हैं उनका कोई बड़ा जनाधार नहीं है। फिर भी पार्टी नाराज कार्यकर्ताओं के संपर्क में है और उन्हें मनाने का प्रयास कर रही है। रही बात जनता कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की तो इससे भाजपा के वोट बैंक को कोई फर्क नहीं पड़ेगा। भाजपा यह चुनाव बहुमत के साथ जीत रही है।