TIRANDAJ.COM. आज भारत के अलग अलग हिस्सों से स्कैम के नए-नए मामले और ट्रिक सुनने को मिल रहे है। हाल फिलहाल में हैकर्स WebAPK टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर बिना किसी नोटिफिकेशन और पॉपअप के फोन में ऐप्स या फाइल इंस्टॉल करा लेते है। एक बार ऐसा होते ही मोबाइल यूजर्स की लॉगइन डिटेल्स को हैकर्स चोरी कर लेते हैं। इसके बाद वह भोले-भाले लोगों का बैंक अकाउंट तक खाली कर सकते हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पोलिश फाइनेंशियल सुपरविजन अथोरिटी के कंप्यूटर सिक्योरिटी इंसिडेंट रिस्पोंस टीम ने हैकर्स की नई ट्रिक्स का पर्दा फाश किया है। रिसर्च टीम के ने बताया कि हैकर्स इसके जरिए बड़े ही आसानी से भोले-भाले लोगों को स्कैम का शिकार बना सकते है।
बैंकिंग मैसेज का इस्तेमाल कर करते है ये काम
बता दें की साइबर क्रिमिनल्स इसके लिए बैंकिंग कस्टमर को टेक्स्ट मैसेज सेंड करते हैं, जिसमें लिखा होता है कि अपने मोबाइल बैकिंग ऐप को अपडेट कर लें। इसके अलावा मैसेज में एक लिंक भी एम्बेड किया जाता है। वहीं लिंक की मदद से यूजर्स जैसे ही ऐप अपडेट करते हैं, तो वह लिंक उन्हें गूगल प्लेस्टोर या अन्य किसी ऑफिशियल ऐप स्टोर में ले जानें के बदले WebAPK टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर वायरस वाले ऐप फोन में इंस्टॉल कर देते हैं।
चोरी छिपे होता है ऐप इंस्टॉल
यूजर्स के फोन में बिना किसी नोटिफिकेशन और पॉपअप के फोन में ऐप्स या फाइल इंस्टॉल हो जाती है। एक बार फेक ऐप इंस्टॉल होने के बाद मोबाइल यूजर्स की लॉगइन डिटेल्स को हैकर्स चोरी करके उससे बैंक खाता तक खाली कर सकते हैं। इससे बचाव के लिए आपको जरूरी है कि आप किसी भी ऐप को लिंक के माध्यम से इंस्टॉल न करें। इसके अलावा अनजान सोर्स से डाउनलोड होने वाले ऐप्स आप डाउनलोड ना करें, आपके ऐसा करने से आपका डेटा और बैकिंग डिटेल्स को चुराया जा सकते हैं।