RAIPUR. छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में बसना-2 खदान में हीरा तथा कांकेर और महासमुंद जिले में दो अलग-अलग जगह सोने की खदानों के लिए खनिज विभाग ने ई-टेंडर जारी कर दिया है।
तीनों ही खदानों के लिए यह पहला ई-टेंडर है। विभाग ने प्रदेश में 3 प्रीशियस मिनरल ब्लाक्स की नीलामी के माध्यम से आबंटन के लिए ई-टेंडर जारी कर दिया है।
जियोलाजिकल सर्वे आफ इंडिया (जीएसआई) ने प्रारंभिक सर्वे में इन ब्लाक में गोल्ड और डायमंड की संभावना बताई है। इसके लिए ई-नीलामी से आबंटन के लिए 6 जुलाई 2023 को एमएसटीसी पोर्टल में एनआईटी जारी किया गया है।
इस टेंडर डाक्यूमेंट क्रय किए जाने की अंतिम तारीख 18 अगस्त 2023 है तथा बिड जमा करने की अंतिम तिथि दिनांक 21 अगस्त 2023 दोपहर 3 बजे तक है।
भौमिकी एवं खनिकर्म के संयुक्त संचालक अनुराग दीवान ने बताया कि विश्व में प्रीशियस मिनरल्स की मांग तेजी से बढ़ी है। इसे देखते हुए इन खनिजों के विकास के परिप्रेक्ष्य में इसकी आपूर्ति सुनिश्चित किए जाने के लिए प्राथमिकतापूर्ण कार्यवाही की जा रही है।
शासन ने 3 प्रीशियस मिनरल ब्लॉक्स को नीलामी के माध्यम से आबंटन के लिए रखा है। इनमें जिला महासममुंद जिले के बसना-2 डायमण्ड ब्लॉक, रकबा 2500 हेक्टेयर, महासमुंद जिले के चनत-जोगीदादर गोल्ड एंड एसोसियेटेड मिनरल्स ब्लॉक, रकबा 176 हेक्टेयर और कांकेर जिले के तुमरीसुर-गरदा 2 गोल्ड ब्लॉक, रकबा 240 हेक्टेयर को आबंटन के लिए रखा है।
वहीं, क्षेत्र में विस्तृत पूर्वेक्षण का कार्य किया जाएगा। इसके बाद खनिज भंडार प्रमाणित होने पर खनिपट्टा प्राप्त किया जाकर खनन संक्रिया शुरू की जाएगी। बता दें कि गरियाबंद जिले के पायलीखंड इलाके में 4600 वर्गकिमी इलाके में हीरा मिलने की पुष्टि हो चुकी है।
यहां पूर्वेक्षण के लिए टेंडर मध्यप्रदेश के समय में हुअा था। एक कंपनी को पूर्वेक्षण के लिए लाइसेंस भी दिया था। उसने सर्वे भी कर लिया था, लेकिन राज्य बनने के बाद छत्तीसगढ़ के खनिज विभाग ने उस कंपनी का ठेका रद्द कर दिया था।