RAIPUR. छत्तीसगढ़ कांग्रेस में बीते एक सप्ताह से चला आ रहा विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा ने स्पष्ट कर दिया कि रवि घोष ही प्रभारी महामंत्री होंगे।
आखिर कांग्रेस के नियुक्ति विवाद की क्या थी वजह…इसे लेकर क्या कहा पीसीसी की प्रभारी शैलजा ने यह एक बड़ा सवाल बना हुआ था। लेकिन आज कुमारी शैलजा ने पीसीसी चीफ के सामने ही साफ कह दिया कि रवि घोष ही प्रभारी महामंत्री होंगे।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस में नियुक्ति विवाद की शुरुआत 20 जून को पीसीसी चीफ मोहन मरकाम के एक आदेश के साथ हुई। इस आदेश में मोहन मरकाम ने संगठन में फेरबदल करते हुए रवि घोष और अमरजीत चावला को प्रभारी महामंत्री पद से हटा दिया। इनके स्थान पर अरुण सिसोदिया को प्रभारी महामंत्री बना दिया गया। उन्हें संगठन और प्रशासन का प्रभार भी व सौंप दिया गया। इतना ही नहीं, उन्होंने अमरजीत चावला को रायपुर और रवि घोष को बस्तर का प्रभार सौंप दिया।
इस आदेश के अगले ही दिन प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा ने इस आदेश को निरस्त कर दिया। लेकिन पीसीसी चीफ भी पीछे हटने को राजी दिखाई नहीं दिए। उन्होंने पदाधिकारियों को सूची के अनुसार ही काम करने की बात कही। हालांकि बाद में उन्होंने प्रदेश प्रभारी के आदेश को सर्वाेपरि बताया, लेकिन प्रभारी महामंत्री को लेकर आदेश जारी नहीं किया। इससे पार्टी में असमंजस की स्थिति थी।
आज इसी मामले पर प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा ने मोहन मरकाम के सामने ही साफ कर दिया कि रवि घोष ही प्रभारी महामंत्री होंगे। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि पीसीसी में संयुक्त महामंत्री और सचिवों की और भी नियुक्तियां होंगी।
कुमारी शैलजा के मोहन मरकाम के सामने प्रभारी महामंत्री के पद को लेकर स्थिति स्पष्ट करने से फिलहाल तो असमंजस खत्म हो गया, लेकिन आगे इस विवाद के बढ़ने की आशंका है। क्योंकि कुमारी शैलजा ने जो कहा, उसका कोई आधिकारिक आदेश जारी नहीं हुआ है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आगे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम का कदम क्या होगा।