AHEMDABAD. अरब सागर से शुरू हुए चक्रवाती तूफान बिपरजॉय ने अरब सागर से सटे सभी राज्यों गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, केरल में असर दिखाना शुरू कर दिया है। इन राज्यों के कई शहरों में बारिश और तेज रफ्तार से तूफानी हवाएं चल रही हैं। गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ के तटों पर भी तेज हवाएं चल रही हैं। मौसम विभाग के मुताबिक, बिपरजॉय सौराष्ट्र और कच्छ के तटीय इलाकों से 15 जून को गुजर सकता है।
द्वारका मंदिर में दो ध्वज फहराने से लोग आशंकित
इस बीच, सोमवार को द्वारका के जगत मंदिर में एक साथ दो धजों को फहराए जाने का मामला सामने आया है। कुछ श्रद्धालुओं की तरफ से दावा किया जा रहा है कि चक्रवात से आई आपदा को दूर करने के लिए मंदिर के शिखर पर दो झंडे फहराए गए हैं। कुछ लोग इसे अनहोनी के साथ जोड़कर भी देख रहे हैं।
गुजरात के मोरबी में जब डैम बह गया था, तब भी अतिवृष्टि के कारण दो ध्वज लगाए गए थे। इससे पहले मई 2021 में गुजरात से टकराने वाले चक्रवात से पहले भी दो ध्वज लगाए गए थे। यह रक्षा ध्वज कहलाता है। श्रद्धालुओं का मानना है कि ध्वज मंदिर और नगर की रक्षा करता है।
सुरक्षा कारणों से फहराए गए दो ध्वज- तीर्थ पुरोहित
हालांकि, स्थानीय तीर्थ पुरोहित ने मंदिर के शिखर पर दो ध्वज फहराने के बारे में स्पष्टीकरण दिया है। उन्होंने कहा कि चक्रवात बिपरजॉय के कारण तेज हवाएं चल रही हैं। लिहाजा, ध्वज फहराने के लिए ऊपर जाने वाले की सुरक्षा को खतरा हो सकता है। तेज हवाओं के चलते द्वारकाधीश के मंदिर के ध्वज स्तंभ पर ध्वजारोहण नहीं हो पा रहा है।
इसीलिए पुराने ध्वज को नीचे छोड़कर नया ध्वज फहराया गया है।
VSCS Biparjoy lay centered at 0230 IST of the 13th June, 2023 over Northeast and adjoining Eastcentral Arabian Sea about 290 km southwest of Porbandar & 360 km south-southwest of Jakhau Port. To cross Saurashtra & Kutch near Jakhau Port by evening of 15th June as a VSCS. pic.twitter.com/aTM24KvUsT
— India Meteorological Department (@Indiametdept) June 13, 2023
हवाओं की रफ्तार बढ़ती जा रही है
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा है, वैसे-वैसे हवाओं की रफ्तार बढ़ती जा रही है। जामनगर और मुंबई के समुद्र में ज्वार आ रहा है और लहरें भी काफी ऊंची उठ रही हैं। तूफान से होने वाले नुकसान की आशंका को देखते हुए निचले इलाकों में रह रहे लोगों को रहने के लिए सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है। पेड़ों के टूटने और बिजली और फोन लाइनों को नुकसान पहुंचने की आशंका है।
लिहाजा, गुजरात सरकार एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के दलों को तटीय इलाकों में तैनात कर रही है। साथ ही मछुआरों को समंदर के आस-पास न जाने की सलाह दी जा रही है। मौसम का पूर्वानुमान लगाने वाली एजेंसी स्काईमेट ने बताया है कि महुवा, पोरबंदर, ओखा, दीव, सोमनाथ, जामनगर, द्वारका आदि के तटीय क्षेत्रों और भुज, मांडवी, नलिया आदि में कहीं तेज बारिश हो सकती है, तो कुछ जगहों पर फुहारें पड़ सकती हैं।