NEW DELHI. भारतीय सेना ने पहली बार अपनी तोपखाना (आर्टिलरी) रेजीमेंट में पांच महिला अधिकारियों को शामिल किया है. तोपखाना रेजीमेंट में शामिल होने वाली महिला अधिकारियों ने शनिवार को चेन्नई में ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी (ओटीए) में अपना प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा किया. सैन्य सूत्रों ने बताया कि तोपखाना रेजीमेंट में लेफ्टिनेंट महक सैनी, लेफ्टिनेंट साक्षी दुबे, लेफ्टिनेंट अदिति यादव और लेफ्टिनेंट पायस मुद्गिल समेत पांच महिला अधिकारियों को शामिल किया गया है.
सूत्रों ने बताया कि पांच महिला अधिकारियों में से तीन को चीन के साथ लगती सीमाओं पर तैनात टुकड़ियों में नियुक्त किया गया तथा दो अन्य महिला अधिकारियों को पाकिस्तान के साथ अग्रिम सीमा के समीप चुनौतीपूर्ण स्थानों पर तैनात किया गया है. एक सूत्र ने बताया कि तोपखाना रेजीमेंट में महिला अधिकारियों की तैनाती भारतीय सेना में चल रहे परिवर्तन का प्रमाण है. जनवरी में सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने तोपखाना इकाइयों में महिला अधिकारियों को शामिल करने की घोषणा की थी. बाद में सरकार ने भी इस प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी थी.
एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार पांच महिला अधिकारियों में से तीन उत्तरी सीमाओं पर तैनात इकाइयों में और अन्य दो पश्चिमी थिएटर में चुनौतीपूर्ण स्थानों पर तैनात हैं. इस समारोह में लेफ्टिनेंट जनरल अदोष कुमार, कर्नल कमांडेंट और आर्टिलरी के महानिदेशक (नामित) सहित वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों, अन्य गणमान्य व्यक्तियों और नए कमीशन अधिकारियों के गर्वित परिवार के सदस्यों ने भाग लिया.
लेफ्टिनेंट महक सैनी को सर्विलांस एंड टारगेट एक्विजिशन रेजिमेंट में, लेफ्टिनेंट साक्षी दुबे और लेफ्टिनेंट अदिति यादव को फील्ड रेजिमेंट में, लेफ्टिनेंट पवित्र मुदगिल को एक मीडियम रेजिमेंट में और लेफ्टिनेंट आकांक्षा को एक रॉकेट रेजिमेंट में कमीशन दिया गया है. बता दें कि पासिंग आउट परेड के समापन के बाद युवा महिला कैडेटों ने संविधान के प्रति निष्ठा की शपथ ली और अपना रैंक प्रतीक चिन्ह प्राप्त किया. यह आर्टिलरी रेजिमेंट में उनके प्रवेश का प्रतीक था.