BHILAI. दुर्ग जिले में शिशु संरक्षण माह का आयोजन किया जाएगा। इसमें विटामिन-ए अनुपूरक कार्यक्रम 28 फरवरी से लेकर 31 मार्च तक आयोजित किया जाएगा। दुर्ग के कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा के निर्देशानुसार जिले में 0 से पांच वर्ष के एक लाख 91 हजार 35 बच्चें है, जिसमे नौ माह से पांच वर्ष के एक लाख 62 हजार तीन सौ 80 शिशुओं को विटामिन-ए सिरप और छह माह से लेकर पांच साल के एक लाख 71 हजार नौ सौ 31 बच्चों को आयरन सिरप पिलाई जाएगी।
दुर्ग के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.जेपी.मेश्राम एवं जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.दिव्या श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में शिशु संरक्षण माह विटामिन-ए अनुपूरक कार्यक्रम दुर्ग जिले में 28 फरवरी से 31 मार्च तक आयोजित किया जाएगा।
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.दिव्या श्रीवास्तव ने कहा कि शिशु संरक्षण माह अभियान के अंतर्गत दुर्ग जिले में नौ माह से पांच वर्ष के बच्चें ब्लॉक धमधा से 25 हजार एक सौ 50, ब्लॉक पाटन से 30 हजार आठ सौ 61, ब्लॉक निकुम से 21 हजार पांच सौ 31, दुर्ग शहरी से 25 हजार चार सौ 46, भिलाई शहरी से 59 हजार तीन सौ 92 जिले में कुल नौ माह से पांच साल के एक लाख 62 हजार तीन सौ 80 बच्चों को विटामिन सिरप पिलाए जाने का टॉर्गेट तय किया गया है।
साथ ही जिले के ब्लॉक धमधा से छह माह से पांच साल के 26 हजार छह सौ 29, पाटन ब्लॉक से 32 हजार छह सौ 76, निकुम ब्लॉक से 22 हजार सात सौ 97, दुर्ग शहरी से 26 हजार नौ सौ 43, भिलाई शहरी से 62 हजार आठ सौ 86, जिले में कुल छह माह से पांच साल के एक लाख 71 हजार नौ सौ 31 बच्चों को आयरन सिरप पिलाए जाने का टॉर्गेट रखा गया है।
विटामिन-ए से बच्चों में रतौंधी, आयरन सिरप से एनीमिया और कुपोषण आदि से बचाव किया जा सकें। सत्र स्थल पर सभी का वजन भी नापा जाएगा, जिससे बच्चों के पोषण स्तर की जांच कर कुपोषित बच्चों को उम्र के आधार पर आहार सलाह तथा संपूरक आहार सेवाओं की पूरी जानकारी, अति गंभीर कुपोषित बच्चों को (NRC) शिशु पुर्नवास केंदों में उपचार के लिए भर्ती किया जाना शामिल है। साथ ही नियमित टीकाकरण, गर्भवतियों की जांच एवं अन्य सेवाएं भी दी जाएगी। सत्र आयोजन का समय सुबह नौ से शाम चार बजे मध्य शहरी व ग्रामीण इलाकों में आयोजित किया जाएगा।