तीरंदाज, डेस्क। नर्सिंग कॉलेज में स्टूडेंट्स को पढ़ाए जाने वाले समाज शास्त्र का एक पेज सोशल मीडिया सनसनी बना हुआ है। नर्सिंग पाठ्यक्रम में शामिल समाजशास्त्र की इस किताब का यह पन्ना तेजी से वायरल हो रहा है। दहेज के गुण (Merits of Dowry) शीर्षक के साथ इस किताब में दहेज के गुण और इसके लाभ बताए गए हैं। सोशल मीडिया में इस पेज के वायरल होने के बाद एक नई बहस छिड़ गई है।
दरअसल यह पूरा मामला तब सामने आया जब ट्विटर पर नर्सिंग पाठ्यक्रम में पढ़ाए जाने वाले विषय समाज शास्त्र का एक चेप्टर का पेज वायरल हो गया। इसमें दहेज के लाभ बताने के साथ यह भी लिखा है कि दहेज के कारण बदसूरत लड़कियों की भी शादी हो जाती है। और भी कई बातें किताब के इस चेप्टर में लिखी गइ हैं। इस पेज के वायरल होने के बाद यूजर्स तरह तरह के कमेंट्स कर रहे हैं।
यूजर्स का कहना है कि जिस देश में दहेज प्रथा को गैरकानूनी है उस देश में एक प्रतिष्ठित पाठ्यक्रम में दसके फायदे कैसे गिनाए जा सकतें है। आखिर इस किताब में इस तरह के चेप्टर को पढ़ाने की अनुमति कैसे दे दी गई। यूजर्स इस पेज को शेयर करने के साथ ही इसे लेकर कई सवाल खड़े कर रहे हैं। बढ़ते विवाद के बाद इंडियन नर्सिंग काउंसिल (आईएनसी) ने अपना बयान भी जारी किया है।
विवाद बढ़ा तो सामने आया भारतीय नर्सिंग परिषद बयान
इस मामले में विवाद बढ़ने के बाद भारतीय नर्सिंग परिषद (INC) का बयान आया है। INC ने अपने बयान में कहा है कि कुछ लेखक नर्सों के लिए समाजशास्त्र की किताब में घटिया सामग्री प्रकाशित करने के लिए INC पाठ्यक्रम का हवाला दे रहे हैं। INC देश के मौजूदा कानून के खिलाफ किसी सामग्री को मान्यता नहीं देता। INC केवल अपनी वेबसाइट पर रखे गए विभिन्न नर्सिंग कार्यक्रमों के लिए पाठ्यक्रम निर्धारित करता है।
जानें क्या है किताब के इस चेप्टर में
भारतीय नर्सिंग परिषद के पाठ्यक्रम में शामिल समाजशास्त्र की एक किताब में ‘दहेज के गुण’ (Merits of Dowry) शीर्षक से एक पाठ को शामिल किया गया है। किताब की कवर पेज पर भारतीय नर्सिंग परिषद पाठ्यक्रम भी लिखा है। Bsc नर्सिंग के द्वितीय वर्ष के स्टूडेंट्स की इस किताब को टीके इंद्राणी नाम लेखिका ने लिखा है।
इस किताब में लिखा गया है कि फर्नीचर, रेफ्रिजरेटर, वाहनों जैसे उपकरण के साथ दहेज नया घर स्थापित करने में काफी सहायक है। इसी तरह दहेज प्रथा का एक लाभ यह भी है कि पैरेंटस ने कम दहेज देने के लिए बेटियों को शिक्षित करना शुरू कर दिया है। इसमें यह भी लिखा है कि दहेज देने से बदसूरत दिखने वाली लड़कियों की भी शादी की जा सकती है।