नई दिल्ली। चीन समेत कई देशों में अभी भी कोरोना महामारी पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है। वहां अभी भी करोड़ों लोगों को घर में कैद रहने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। लिहाजा, वहां अराजक स्थिति पैदा हो गई है। इस बीच विदेशों में कोरोना के नए एक्सई वेरिएंट के आने के बाद महामारी की एक नई लहर आने की भी आशंका जताई जा रही है। लिहाजा, केंद्र सरकार ने कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में बड़ा फैसला लेते हुए बताया कि 10 अप्रैल से निजी टीकाकरण केंद्रों में 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए कोविड-19 रोधी वैक्सीन की एहतियाती खुराक उपलब्ध होगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि 18 साल से अधिक उम्र के लोग जिन्हें कोरोना वैक्सीन की दूसरी खुराक लिए हुए नौ महीने पूरे हो चुके हैं, वे एहतियाती खुराक के लिए पात्र होंगे। यह सुविधा सभी निजी टीकाकरण केंद्रों पर उपलब्ध होगी। मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में 15 साल से ऊपर की कुल आबादी के करीब 96 फीसदी लोगों को कोविड रोधी टीके की कम से कम एक खुराक दी गई है, जबकि करीब 83 फीसदी को दोनों खुराकें मिल चुकी हैं।
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, स्वास्थ्य कर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को करोड़ से ज्यादा प्रिवेंटिव डोज भी दी गई हैं। इसके अलावा 12 से 14 वर्ष के आयु वर्ग के 45 प्रतिशत हितग्राहियों को पहली खुराक दी गई है। यह सुविधा सभी निजी टीकाकरण केंद्रों पर उपलब्ध होगी।
मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, देश में 15 साल से ऊपर की कुल आबादी के करीब 96 फीसदी लोगों को कोविड रोधी टीके की कम से कम एक खुराक दी गई है, जबकि करीब 83 फीसदी को दोनों खुराकें मिल चुकी हैं। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, स्वास्थ्य कर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को करोड़ से ज्यादा प्रिवेंटिव डोज भी दी गई हैं। इसके अलावा 12 से 14 वर्ष के आयु वर्ग के 45 प्रतिशत हितग्राहियों को पहली खुराक दी गई है।
चीन में लोग बोले- कोरोना से नहीं, नियंत्रण उपायों से मर रहे हैं हम
चीन का शंघाई शहर कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित है। यहां कई दिनों से सख्त लॉकडाउन लगा होने से मेडिकल सुविधा और खाने पीने की चीजों की समस्या खड़ी हो गई है। कोरोना की वजह से करीब ढाई करोड़ लोग घरों में कैद हैं। लिहाजा, परिस्थितियां सरकार के खिलाफ जा रही हैं। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर एक कमेंट भी वायरल हो रहा है, जिसमें लिखा गया है कि हम कोरोना से नहीं, कोरोना नियंत्रण के उपायों से मारे जा रहे हैं।