भिलाई। विश्व जल दिवस पर मंगलवार को बच्चों ने जल संरक्षण के लिए संदेश देते हुए कल्पना के रंग भरे। कैनवास पर बच्चों ने बेकार बहते पानी को संरक्षित करने, तो किसी ने पानी के सदुपयोग का संदेश दिया।
पर्यावरण मित्र मंडल ने इस अवसर पर कहा जल ही जीवन है, जल मनुष्य और जीव-जंतु के लिए बहुत ही जरूरी है। खेती करना हो, घर की सफाई, नहाना हो, भोजन तैयार करने से लेकर कोई भी काम पानी के बिना नहीं हो सकता। जीवन में हर काम के लिए पानी जरूरी है। कहा जाए पानी के बिना जीवन की कल्पना करना ही गलत है।
इस अवसर पर पर्यावरण प्रेमी, समाज सेवी प्रशांत कुमार क्षीरसागर ने कहा हम भारत सहित पूरे विश्व की बात करें तो आने वाले समय में जल का संकट विकराल रूप ले सकता है। कीमती जल के संरक्षण के लिए हर किसी को जागरूक करने विश्व जल दिवस मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का इतिहास ब्राजील देश के रियो जेनेरियो से जुड़ा है, जहां पर्यावरण विकास सम्मेलन 22 मार्च 1992-93 में आयोजित किया गया था।
जल दिवस मनाने का महत्व हम सभी जानते हैं कि धरती से जल तेजी से समाप्त हो रहा है। दुनिया में जल संकट विकराल रूप ले रहा है। इसलिए पर्यावरण मित्र मंडल सभी को पानी की बचत, पानी का सदुपयोग समझना है। हम अपील करते हैं कि जल हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है इसलिए पानी को व्यर्थ न बहाएं। जल है तो कल है, जल ही जीवन है।
समाज सेवी क्षीरसागर ने बताया वर्ल्ड वाटर डे 2022 का थीम है जल ही जीवन है। जल संसाधन और रख-रखाव के लिए लोगों को जागरूक करने जागरूकता अभियान चलाना है। इस वर्ष बारिश के जल को कैसे बचाएं इसके लिए बच्चों ने पोस्टर से संदेश दिया।
क्षीरसागर ने कहा देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने एक-एक बूंद बचाने का आह्वान किया है। प्रधानमंत्री ने ट्वीट करके बताया कि जल संरक्षण के लिए एक जन आंदोलन की दिशा में काम करना है। प्रकृति प्रेमी, पर्यावरण प्रेमियों के साथ संगठनों को कार्य करना है। प्रशांत कुमार ने प्रकृति प्रेमियों से पानी का एक-एक बूंद बचाने का संकल्प लेने का आह्वान किया। इस दौरान क्लास वन से स्वरा ने पेंटिंग ड्राइंग के माध्यम से जल बचाने की अपील की। पीयूष, ओम, शिव सागर ने जल ही जीवन है के स्लोगन से जल बचाने का संदेश दिया। अवंतिका ढाले, आर्या ढाले, शौर्य हाता गले ने पेंटिंग के माध्यम से जल का महत्व बताया।
(TNS)