तीरंदाज डेस्क। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) ने भारत में बेरोजगारी के ताजा आंकड़े जारी किए हैं। CMIE के मुताबिक भारत की बेरोजगारी दर में भारी गिरावट आई है। मार्च 2021 के मुकाबले देश में बेराजगारी दर घटकर 57 फीसदी पर पहुंच गई। केन्द्रीय बजट पेश होने के बाद सरकार के लिए यह बड़ी राहत की खबर है। वहीं CMIE ने अपनी रिपोर्ट में आने वाले समय में बेरोजगारी दर में और कमी आने की संभावना जताई है।
सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि जनवरी में देश में बेरोजगारी दर गिरकर 6.57 फीसदी पर आ गई। मार्च 2021 के बाद भारत में बेरोजगारी का यह निचला स्तर है। सर्वे में यह भी बताया गया है कि वर्तमान कोविड संकट से उभरने के बाद इसमें और भी कमी आ सकती है। केन्द्र सरकार के लिए वर्तमान परिस्थितियों में यह बड़ी राहत है।
शहरी क्षेत्रों की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्रों और भी कम
बेरोजगारी दर के मामले में शहरी क्षेत्र की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्रों में और भी कमी दिख रही है। CMIE की रिपोर्ट के मुताबिक भारत के शहरी क्षेत्रों में इस माह बेरोजगारी दर 8.16 फीसदी रही। ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगारी दर 5.84 फीसदी तक पहुंच गई है। रिपोर्ट के मुताबिक दिसंबर में भारत की औसत बेरोजगारी दर 7.91 फीसदी पर थी। उस दौरान शहरी क्षेत्र में बेरोजगारी दर 9.30 फीसदी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में 7.28 फीसदी रही।
इन राज्यों में रही सबसे कम दर
रिपोर्ट के अनुसार तेलंगाना में सबसे कम बेरोजगारी दर देखी गई। वहीं बेरोजगारी का सबसे ऊंचा स्तर हरियाणा में रहा। तेलंगाना में 0.7 प्रतिशत, गुजरात 1.2 प्रतिशत, मेघालय 1.5 प्रतिशत और ओडिशा 1.8 प्रतिशत रहा। हरियाणा बेरोजगारी दर 23.4 प्रतिशत रहा जो कि सबसे ज्यादा है। उसके बाद राजस्थान 18.9 प्रतिशत बेरोजगारी दर रही। CMIE की रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि बेरोजगारी दर में महिलाओं की हिस्सेदारी ज्यादा है।