अंबिकापुर। नेचर कंजरवेशन सोसायटी ऑफ छत्तीसगढ़ नाम की संस्था द्वारा सरगुज जिला मुख्यालय अंबिकापुर में मां महामाया पशु पुनर्वास केंद्र का का संचालन किया जा रहा है। अंबिकापुर में स्नेक मैन के नाम से प्रख्यात सत्यम अपने साथी शिफ्तैन रज़ा व अन्य के साथ मिलकर बेजुबान अपाहिज जानवरों के लिए कृत्रिम पैर बना रहे हैं। कई प्रयासों के बाद उनका ट्रायल एक अपंग कुत्ते पर सफल हो गया है।
स्नेक मैन सत्यम ने बताया कि दरअसल वेटनरी सेंटर में कुछ गायों को देखा जो अपंग थी। इनके लिए कृत्रिम पैर बनाने का विचार आया। इसकी शुरुआत छोटे स्तर पर करना शुरू किया। एक कुत्ता मिला जिसके पीछे के दोनो पैर नहीं थे। इसके बाद सीमित संसाधनों से एक वॉकर तैयार किया गया जिससे अब कुत्ते को चलने में किसी प्रकार की समस्या नहीं आ रही है।
सत्यम ने बताया कि कुत्ते को कृत्रिम पैर मिलने से मानों उसे नया जीवन मिल गया हो। आसानी से वह वॉकर के सहारे इधर से उधर चल रहा है। सत्यम ने बताया कि यह प्रयोग सफल होने क बाद अब गायों के लिए भी कृत्रिम पैर बनाना शुरू करेंगे। वैटनरी सेंटर में करीब 7 गाएं ऐसी हैं जिन्हें कृत्रिम पैरों की जरूरत है। इनके लिए हाथी के लिए बनाए जाने वाली तकनीक से पैर बनाए जाएंगे।
अंबिकापुर के सिचांई कॉलानी में स्थित श्री महामाया पशु पुनर्वास केंद्र में पूरे संभाग से घायल बेजुबान लगातार आ रहे हैं। पशु चिकित्सालय से उपचार के बाद मां महामाया पशु पुनर्वास केंद्र में स्वस्थ्य होने तक उनका रख रखाव किया जा रहा है। अब तक 15 से अधिक बेजुबान पशुओं को अपने अपने प्राकृतिक वास में छोड़ा गया गया। स्नैक मैन सत्यम अपने शिफ्तैन रज़ा, प्रणव गर्ग, मोहक बंसल, हिमाशु गोय, राशिद जमाल, अमान अली, शोएब अख्तर के साथ मिल कर सभी बेजुबानों का उपचार व भोजन का प्रबंध करते हैं। आज भी किसी अपंग व घायल बेजुबान को पशु पुनर्वास केंद्र में ले जाना चाहते हैं तो सत्यम के मोबाइल नंबर 9074123714 पर संपर्क कर सकते हैं।