दंतेवाड़ा। जिले के नक्सलगढ़ में मंगलवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छिंदनार पाहुरनार घाट इंद्रावती नदी पर बने पुल का लोकार्पण किया। इसके साथ ही नक्सल गढ़ में बहुप्रतीक्षित फुल अब लोगों के लिए खोल दिया गया है। इस पुल के बनने से नदी पार के धुर नक्सल क्षेत्रों में भी विकास के द्वार खुल गए। लोकार्पण के अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यहां के लिए कई घोषणाएं भी की हैं।
पुल का लोकार्पण करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है इस पुल के कारण नदी पार के 10 गांव एक दूसरे से जुड़ गए हैं। इसके साथ ही उन क्षेत्रों में विकास का द्वार खुल गया है। स्कूल के लोकार्पण के बाद इसका फायदा न सिर्फ आम लोगों को मिलेगा बल्कि स्कूली बच्चों को भी फायदा होगा। बड़ी आबादी तक अब पुलिस व 108 एंबुलेंस सेवा आसानी से मिल सकेगी।
इस मौके पर सीएम बघेल ने कहा कि छिंदनार पुल के निर्माण में सर्वोत्तम बलिदान देने वाले पाहुरनार के पूर्व सरपंच पोसेराम कश्यप के नाम पर यह पुल जाना जाएगा। मुख्यमंत्री बघेल ने छिंदनार पुल के निर्माण में शहीद हुए प्रधान आरक्षक लक्ष्मीकांत द्विवेदी को भी नमन किया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दंतेवाड़ा के छिंदनार में विकास कार्यो के लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रम में की कई महत्वपूर्ण घोषणाएं भी की।
इस सीएम बघेल ने दंतेश्वरी माता मंदिर में चंदखुरी के कौशल्या माता मंदिर के तर्ज पर भव्य ज्योति कलश कक्ष निर्माण की घोषणा की। इस मौके पर उन्होंने नदी पार पंचायत विकास के लिए 10 करोड़ की की घोषणा की। दंतेवाड़ा जिले में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कुआकोण्डा के नवीन भवन के लिए 2.5 करोड़ रुपये व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कटेकल्याण के जीर्णोद्धार के लिए 2 करोड़ रुपए देने घोषणा की।
छिंदनार में इन्द्रावती नदी पर बने पुल की लागत 38 करोड़ 74 लाख 26 हजार आई है। इस नवनिर्मित पुल की लम्बाई 712 मीटर और 8.40 मीटर है। इस पुल के बन जाने से अब छिंदनार इलाके के ग्रामीणों को आवागमन का बेहतर माध्यम मिल गया है। पुल न होने की वजह बरसात के दिनों में इन्द्रावती नदी के उस पार स्थित कई गांवों का जन-जीवन और आवागमन पूरी तरह थम जाता था, इस पुल के निर्माण से लोगों को बारहमासी आवागमन की सुविधा मिल गई है।