रायपुर। बाबा कालीचरण का मामला और विवादित होते जा रहा है। महात्मा गांधी पर विवादित टिप्पणी करने वाले कालीचरण के समर्थन में अब भाजपा खुलकर सामने आने लगी है।
इसी के तहत भारतीय जनता पार्टी के सच्चिदानंद उपासने बाबा कालीचरण की रिहाई और राजद्रोह का धारा हटाने की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए हैं। धरना का आयोजन धर्म संसद के आयोजक रहे नीलकंठ त्रिपाठी ने किया है। धरना रेलवे स्टेशन हनुमान मंदिर के पास तय है।
इसका उद्देश्य इससे संत-समाज से भी लोग जु़ड़े रहेंगे। उपासने ने मामले में कहा कि कांग्रेस सरकार धार्मिक माहौल को खराब करने की कोशिश कर रही है। सारा विवाद का जड़ कांग्रेस और राज्य सरकार है।
इधर कालीचरण का समर्थन करने वाली भाजपा पर कांग्रेस ने निशाना साधा है। कांग्रेस ने कालीचरण की रिहाई और राजद्रोह को लेकर आयोजित धरने पर भी सवाल उठाया है। कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने पूछा कि भाजपा महात्मा गांधी के साथ या महात्मा गांधी की हत्या करने वाले गोडसे के समर्थन करने वालों के साथ?
शुक्ला ने कहा है कि उपासने के बयान से यह साफ हो गया कि रायपुर में आयोजित धर्म संसद भाजपा का ही षडयंत्र था। कालीचरण को बुलाना और महात्मा गांधी पर टिप्पणी सब सुनोयिज थी।
बता दें कि गत दिनों महात्मा गांधी पर अमर्यादित टिप्पणी करने वाले कालीचरण महाराज को मध्यप्रदेश के खजुराहो से छत्तीसगढ़ की रायपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। कालीचरण महाराज को मध्यप्रदेश के खजुराहो से 25 किमी दूर बागेश्वर धाम के पास किराए के मकान में रह रहे थे। रायपुर पुलिस ने वहीं से सुबह चार बजे उसे गिरफ्तार किया था। कालीचरण पर भड़काऊ भाषण देने के आरोप में कई जगह मुकदमे दर्ज किए गए थे। मध्य प्रदेश में भी मामला दर्ज है।
बता दें कि छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में जहां एक संगठन द्वारा आयोजित धर्म संसद में बाबा कालीचरण महाराज ने महात्मा गांधी के बारे में अपमानजनक शब्द कहे थे। वहीं नाथूराम गोडसे को बापू की हत्या के लिए सही ठहराया था। इसके बाद कालीचरण के खिलाफ रायपुर के टिकरापारा थाने में भारतीय दंड संहिता की धारा 505 (2) (वर्गों के बीच शत्रुता, घृणा या द्वेष पैदा करने वाले बयान देना) और 294 के तहत मामला दर्ज किया गया था।
(TNS)