SAKTI. ओडिशा से इस वक्त बड़ी खबर मिली है। दरअसल, छत्तीसगढ़ के तीर्थयात्रियों के साथ ओडिशा में मारपीट हुई। इसके बाद छत्तीसगढ़ प्रशासन हरकत में आई और प्रदेश की सक्ती पुलिस ने ओडिशा से इस मामले की पूरी जानकारी ली। इसके साथ ही इस घटना में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है। इसके बाद ओडिशा पुलिस ने तीर्थ यात्रियों के साथ मारपीट के मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इस मारपीट का सोशल मीडिया में वीडिायो भी वायरल हो रहा है। वहीं बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने भी इस मामले में ट्वीट कर लिखा है कि तीर्थयात्रियों के साथ हुई इस हिंसा का मैं निंदा करता हूं।
जानकारी के अनुसार सक्ती जिले के मल्दा गांव के 60 से ज्यादा लोग दो बसों में सवार होकर रामेश्वरम यात्रा पर गए थे। वहां से वापस लौटते समय छत्तीसगढ़ के यात्रियों को रोक लिया गया। तीर्थ यात्रियों के मुताबिक टोल नाका के कर्मचारियों द्वारा ज्यादा पैसों की मांग की जा रही थी। इसी बात को लेकर विवाद हुआ था। बताया गया कि विवाद इतना बढ़ गया कि नाके का ठेकेदार मौके पर पहुंच गया और उसने अपने साथियों के साथ इन्हें पीटना शुरू कर दिया। लाठी-डंडे से यात्रियों को पीटा गया है। इसके बाद यात्रियों ने किसी तरह से इस मामले की जानकारी प्रशासन को दी।
इसके बाद सक्ती पुलिस ने ओडिशा पुलिस से संपर्क किया और इस मामले में कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की, जिसके बाद कटक जिले के अतरगढ़ थाने में इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई और चार लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसके साथ ही इस पूरे मामले की जांच में जुट गई है। दूसरी ओर, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने खुद ओडिशा के स्थानीय अधिकारियों से चर्चा की गई। इसके बाद आज बीजेपी कार्यकर्ता भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने नाके पर ही ताला जड़ दिया। पुलिस से बातचीत की गई। तब बुधवार को पुलिस की टीम ने यात्रियों की शिकायत पर कार्रवाई की और मारपीट करने वाले 4 आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है। बाद में यात्री छत्तीसगढ़ के लिए रवाना हो गए।
छत्तीसगढ़ (सक्ति) के तीर्थ यात्रियों के साथ हुई हिंसा बेहद निंदनीय है।
मैं ओडिशा प्रशासन से इस मामले में तत्काल संज्ञान लेने की अपील करता हूं।
पड़ोसी राज्यों के यात्रियों के सुरक्षा की जिम्मेदारी दोनों राज्य की है।तीर्थयात्री अभी दहशत में हैं स्थानीय पुलिस सहयोग नहीं कर रही। https://t.co/u3qN7Tkpbx pic.twitter.com/gOWnkn2Zxx
— Arun Sao (@ArunSao3) May 23, 2023
ये है पूरा मामला
छत्तीसगढ़ के सक्ती जिले के मल्दा गाँव के श्री कृष्णलीला मंडली के 60 से अधिक लोग रामेश्वरम यात्रा के लिए निकले थे। भुवनेश्वर के नंदन कानन घूमने के बाद संबलपुर के रास्ते वे अपने घर छत्तीसगढ़ के लिए निकले थे। कटक जिले में मंगोली के पास महानदी टोल में इनसे अवैध वसूली हुई और महिलाओं के साथ भी मारपीट की गई थी। इसकी सूचना मिलते ही सक्ती जिला प्रशासन के अधिकारियों ने ओडिशा पुलिस के साथ संपर्क किया।