रायपुर। राजधानी रायपुर में धोखाधड़ी और ठगी करने का एक नया मामला सामने आया है। सस्ते दाम में पिग आयरन की आपूर्ति कराने का झांसा देकर रायपुर के व्यापारी से एक करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की गई है। पीड़ित ने आजाद चौक पुलिस थाने में आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कराया है। आजाद चौक पुलिस मामले ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने बताया कि समता कालोनी निवासी भुक्तभोगी राम अवतार अग्रवाल की सिंघल बिजनेस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी है। वह आयरन ओर, पिग आयरन और आयरन उत्पादों के खरीदी एवं बिक्री करते हैं। राम अवतार अग्रवाल ने दिल्ली स्थित स्टील कंपनी मिड ईस्ट इन्टीग्रेटेड स्टील लिमिटेड कंपनी से आयरन ओर फाइंस एवं पिग आयरन की साल 2017-18 से खरीद कर रहे हैं।
इस प्रकार तीन से तीन वर्षों में विश्वास हासिल कर पिछले वर्ष नवंबर में मिड ईस्ट इंटीग्रेटेड स्टील्स लिमिटेड कंपनी के अधिकारी एस धींगड़ा समता कालोनी रापयुर में रामअवतार के आफिस आया। उसने राम अवतार से एडवांस पैसा देने पर कम दर पर पिग आयरन देने की बात कही। धींगड़ा के विश्वास दिलाने के नाम पर अपनी कंपनी की मालकिन रीता सिंह से फोन पर बात कराई। उसके बाद प्रार्थी उनके झांसे में आ गया।
उनकी बातों में आकर 28 नवंबर 2019 को राम अवतार ने 97,14,400 रुपये की राशि यूनियन बैंक समता कालोनी रायपुर के खाते से उनके बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी। मगर, अभी तक कंपनी ने पिग आयरन की आपूर्ति नहीं की है। वहीं, पैसे वापस मांगने पर आरोपितों ने धमकी देना शुरू कर दिया। अपने साथ ठगी का एहसास होने के बाद राम अवतार ने आजाद चौक पुलिस में आरोपित नई दिल्ली निवासी रीता सिंह, मुंबई निवासी नताशा सिन्हा, दिल्ली निवासी हवा सिंह चहर और लखनऊ उत्तर प्रदेश निवासी विश्वंभर नाथ के खिलाफ केस दर्ज कराया है।