एसआईबी, एसआईए और डीडी नगर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में 23 सितंबर की रात चंगोराभाठा में छापा मारकर एक दंपती को किया गया गिरफ्तार
RAIPUR NEWS. छत्तीसगढ़ में जंगल के अलावा अब शहरों में छिपकर रहे नक्सलियों पर कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एसआईए) ने रायपुर के चंगोराभाठा के बाद कोरबा में छापा मारकर नक्सली रामा इचा को गिरफ्तार किया है। वह कोयला खदान में काम करता है और कई मजदूर संगठनों से जुड़ा हुआ है। उसका कनेक्शन चंगोराभाठा में पकड़े गए जग्गू कुरसम उर्फ रमेश और उनकी पत्नी कमला कुरसम से है। पुलिस ने छह लोगों की पहचान की है, जिसमें से एक को कोरबा से गिरफ्तार किया गया है। नक्सली लगातार दोनों के संपर्क में था और कई बार उनसे मिलने रायपुर भी आया है।
जग्गू भी अपनी पत्नी के साथ उनसे मिलने कोरबा गया है। इनके बीच पैसों का भी लेन-देन हुआ है। बता दें कि एसआईबी, एसआईए और डीडी नगर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में 23 सितंबर की रात चंगोराभाठा में छापा मारकर एक दंपत्ति को गिरफ्तार किया गया। इनकी पहचान भैरंगढ़ डिवीजनल कमेटी मेंबर (डीवीसी) जग्गू कुरसम उर्फ रमेश (28) और उनकी पत्नी एरिया कमेटी मेंबर कमला कुरसम के रूप में हुई है। दोनों सक्रिय नक्सली हैं और पिछले तीन-चार साल से रायपुर में रह रहे हैं।
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि जग्गू ने कुछ मकानों में सुरक्षा गार्ड का काम किया है। वह कुछ समय पोल्ट्री फार्म में भी काम कर चुका है। इसके बाद वह निर्माणाधीन मकानों और भवनों में काम करने लगा। वह लगातार अपना काम और ठिकाना बदलता रहा। पुलिस के मुताबिक अगस्त में जग्गू अंबेडकर अस्पताल में भर्ती था और उसका पथरी का इलाज चल रहा था। वह कुछ दिन अस्पताल में रहा, फिर घर लौट आया। पुलिस जांच कर रही है कि वह वास्तव में भर्ती था या नहीं।
इसके साथ ही पुलिस उसे मकान किराया देने वाले पवन की तलाश में भी लगी हुई है। जग्गू और उसके संपर्क में रहने वाले लोग लगातार अपना ठिकाना बदलते रहे। तीन माह से अधिक समय तक वे किसी एक जगह नहीं रहते थे। काम छोड़कर वे वापस बस्तर चले जाते और वहां से आकर नया ठिकाना ढूंढते थे। उसने कई बड़े नक्सलियों को रायपुर के झुग्गी इलाकों में ठहराया और उनकी मदद की है।