MUNGELI NEWS. जिले में लोक निर्माण विभाग (PWD) की मनमानी और ठेकेदारों की सांठगांठ ने सड़क निर्माण कार्यों की पोल खोल दी है। करोड़ों की लागत से बनी सड़कें बारिश शुरू होते ही उखड़ जाती हैं और पुलों के पास धंस जाती हैं। हालत यह है कि सड़कें बनने से पहले ही मौत का अड्डा साबित होने लगी हैं।
मामला लोरमी विकासखंड के पेंड्रीतलाब बी से रतियापारा तक की सड़क का है। बारिश के दौरान ठेकेदार द्वारा डामर और मुरुम डाला गया, जिसके चलते कुछ ही दिनों में सड़क उखड़ गई और पुलिया के पास सड़क धंस गई। स्थानीय लोगों का आरोप है कि अधिकारी और ठेकेदारों की मिलीभगत से इस्टीमेट में ही घोटाला कर सड़कों को खाने-पीने का जरिया बना लिया गया है।
लोगों का कहना है कि सरकार बदल गई, लेकिन विभाग में बैठे भ्रष्ट अधिकारी और घोटालेबाज ठेकेदार नहीं बदले। ऊपर से लेकर नीचे तक कमीशनखोरी का खेल जारी है। अधिकारी सड़कों की अनियमितताओं पर चुप्पी साधे रहते हैं, क्योंकि उन्हें भी ठेकेदारों से मोटा कमीशन मिलता है।
जांच केवल औपचारिकता
सड़क निर्माण की शिकायतों पर अधिकारी केवल जांच का आश्वासन देकर मौन साध लेते हैं। हकीकत यह है कि जांच के नाम पर लीपापोती कर मामला दबा दिया जाता है। अधिकारी शायद ही कभी साइट पर जाते हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि PWD विभाग और ठेकेदारों की गहरी दोस्ती ने निर्माण कार्य को पूरी तरह रसूखदार ठेकेदारों के हाथों सौंप दिया है।
जनता परेशान, प्रशासन मौन
सड़कें टूटने से आमजन को भारी परेशानी हो रही है। खराब सड़कें हादसों का कारण भी बन रही हैं, लेकिन प्रशासन कार्यवाही करने की बजाय खामोश बैठा है। यही वजह है कि भ्रष्टाचारियों के हौसले बुलंद हैं और घोटाला लगातार जारी है।
लोगों ने शासन-प्रशासन से मांग की है कि सड़क निर्माण में हुई गड़बड़ियों की उच्चस्तरीय जांच कर दोषी अधिकारियों और ठेकेदारों पर कड़ी कार्यवाही की जाए, ताकि जनता को मूलभूत सुविधाएं मिल सकें और भ्रष्टाचार पर अंकुश लग सके।