रायपुर। छत्तीसगढ़ी पारंपरिक व्यंयजों की बात की जाए तो चीला, फरा, इडहर की कढ़ी नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है। प्रदेश के हर घर में आए दिन यह व्यंजन बनते है। गांवों में सुबह की शुरूआत चाय और चीला से होती है। ऐसे में जब हमारे इन व्यंजनों को प्रदेश ही देश-दुनिया के लोग यूट्यूब पर देखे तो क्या बात है।
जी हां। छत्तीसगढ़ के पारंपरिक व्यंजनों को लेकर प्रदेश की मशहूर फूड ब्लॉगर कृति शर्मा लगातार काम कर रही है। इनके ब्लाग के प्रभावित होकर दिल्ली फूड वाक और अनुभव सपरा की टीम रायपुर छत्तीसगढ़ कृति शर्मा के घर पहुंची। हालांकि यह टीम पिछले साल मार्च 2021 में उनके घर पहुंची थी। लेकिन इसका वीडियो यूट्यूब पर अभी अपलोड किया गया।
बतादें कि दिल्ली फूड वाक के यू ट्यूब पर लगभग ग्यारह लाख सब्सक्राइबर हैं। कृति शर्मा का यूट्यूब चैनल क्रिटिविटी भी लोकप्रिय है जिसने छत्तीसगढ़ी व्यंजनों को न्यूयॉर्क के मशहूर वेबसाइट तक और पूरे भारत में लोकप्रिय किया है। छत्तीसगढ़ी के पारंपरिक व्यंजनों की यह सीरीज दुनिया में धूम हो रही है। इस में आप डॉ सुधीर शर्मा और डॉ तृषा शर्मा एवं सृजन शर्मा को भी पाएंगे।
डा. सुधीर शर्मा बताते हैं कि मानव सभ्यता के प्रतीक छत्तीसगढ़ में मौजूद है। जब हम रामायण की ओऱ जाते है तो हमें छत्तीसगढ़ का उल्लेख मिलता है। यह माता कौशल्या का मायका है। इसे कौशल प्रदेश भी कहा जाता है। बहुत सारे और साक्ष्य हमें सांस्कृतिक रूप से यहां मिलते है। यहां लवकुश के भी प्रमाण मिलते है। यहां का खानपान और संस्कृति भी अद्भुत है।
तीखुर की बनाई खीर
कृति शर्मा के घर जब दिल्ली फूड वाक की टीम पहुंची तो उन्होंने अनुभव सपहा का अंगोछी ओढ़ाकर स्वागत किया। उन्हें छत्तीसगढ़ की परंपरा से रूबरू करते हुए उन्हें सबसे पहले तीखूर की खीर खिलाई। उन्होंने बताया कि तीखुर को पहले पानी में भींगोना है। फिर उसमें शक्कर और इलायची पाउडर मिलाकर पकाना है। इसे बिल्कुल खीर की तरह धीमा आंच में पकाना है, थोड़ा देर खीर बनकर तैयार हो जाएगी। इसे ठंडा कर परोसना है। बतादें कि बस्तर का तिखुर बहुत लोकप्रिय है।
कई व्यंजनों का लिया स्वाद
दिल्ली फूड वाक की टीम ने कृति शर्मा के घर कई छ्तीसगढ़ी व्यंजनों का स्वाद लिया। कृति शर्मा ने उन्हें जिमीकंद की सब्जी, इडहर की कढ़ी, चौसेला, छींट का लड्डू, पीड़िया, पप्ची का भी स्वाद लिया। यूट्यूब पर इस वीडियो को अब तक 1.40 लाख लोगों ने देख लिया है।