DHAMTARI NEWS. धमतरी के घोर नक्सल इलाके रिसगांव में बालोद पुलिस की कार्यवाही के नाम पर दादागिरी कर धमकाने का वीडियो सामने आया है। वीडियो में पुलिस के जवानों ने निर्दोष ग्रामीणों के ऊपर पिस्टल तान कर धक्का मुक्की कर धमकाते नजर आ रहे हैं। अब वीडियो सोशल मीडिया में खूब वायरल हो रहा है।
मामला नगरी क्षेत्र के रिसगांव का है, जब बालोद जिले के गुंडरदेही थाना पुलिस के जवान चोरी के आरोपी को पकड़ने गांव पहुंची थी। पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में लेकर दूसरे संदेही व्यक्ति जिनका नाम घनाराम मरकाम को पुलिस वाहन में बैठाया। जिसकी सूचना ग्रामीणों को लगी तब ग्रामीणों ने पुलिस वाहन को रुकवाकर हिरासत में लेने की जानकारी चाही।
इसी बात को लेकर पुलिस और ग्रामीणों में तीखी बहस हुई। तब एक जवान अपने पिस्टल को आदिवासी ग्रामीणों के ऊपर तान दी और धक्कामुक्की कर धमकाने लगे। इसका ग्रामीणों ने विरोध किया। इसके बाद संदेही घनाराम मरकाम को वही छोड़ पुलिस जवान वापस लौट गए।
ग्रामीणों ने पुलिस की दादागिरी का वीडियो बनाया और अब अज्ञात पुलिस जवानों के खिलाफ sdop कार्यालय पहुंचकर शिकायत की है और जांच कर कड़ी से कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है। नगरी SDOP संगीन मामले में बालोद जिले के जवान का बचाव करते नजर आ रहे हैं।
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कार्यवाही करने के लिए अर्जुदा थाना पुलिस के जवानों से बात करने की बात कही और कार्यवाही के जवानों के पास पिस्टल होने की बात स्वीकार की लेकिन पिस्टल तानने मामले में बचाते नजर आए।
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बहरहाल नक्सल प्रभावित क्षेत्र में पुलिस के जवान ही निर्दोष आदिवासियों के ऊपर पिस्टल ताने तो रक्षक कहे जाने वाले जवानों पर सवाल तो उठता है। यह कार्यवाही शांति से किया जा सकता था लेकिन धक्कामुक्की कर पिस्टल तानना कहां तक जायज है।