RAIPUR NEWS. छत्तीसगढ़ में पढ़ाई हो लेकर लगातार बदलाव किया जा रहा है। इसी क्रम में पोस्ट ग्रेजुएट (पीजी) की पढ़ाई में बड़ा बदलाव किया गया है। इसके अनुसार इंटर्नल के अंक अब 20 प्रतिशत से बढ़ाकर 30 किए गए हैं। इसी तरह दो साल के पीजी में फर्स्ट ईयर पूरा करने के बाद छात्र यदि पढ़ाई छोड़ता है तो उसे पीजी डिप्लोमा मिलेगा। साथ ही वह चाहे तो बाद में थर्ड सेमेस्टर में एडमिशन भी ले सकेगा। हालांकि, उन्हें पीजी चार साल में पूरा करना होगा। पं.रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में पीजी कोर्स को लेकर नया प्रावधान इसी सत्र से लागू किया गया है।
इसके अनुसार पढ़ाई हो रही है और परीक्षा भी होगी। जानकारी के मुताबिक यूजी फर्स्ट ईयर में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) लागू हुई है। इस वजह से पूरा कोर्स बदला है। इसमें भी 70 व 30 का फार्मूला लागू किया गया है। इसके अनुसार 70 नंबर की परीक्षा सेंटर में होगी और 30 नंबर का इंटर्नल एग्जाम व असाइनमेंट संबंधित कॉलेज में होंगे। यही फार्मूला पीजी में भी लागू किया गया है। इससे पहले पीजी में 80 और 20 का फार्मूला था।
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इसके अनुसार 80 नंबर की परीक्षा केंद्र में और 20 नंबर की संबंधित कॉलेज व अध्ययनशाला में इंटर्नल के रूप में होती थी। जानकारों का कहना है कि इस नए प्रावधान से छात्रों को फायदा होगा। छात्रों का प्रदर्शन अच्छा रहा तो उन्हें इंटर्नल में अच्छे नंबर मिल सकते हैं। बीए, बीकॉम, बीएससी समेत यूजी फर्स्ट ईयर के अन्य कोर्स में प्राइवेट छात्र के रूप में परीक्षा देने के लिए इस बार छात्रों का रजिस्ट्रेशन करना होगा।
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इसके लिए प्रक्रिया चल रही है। फर्स्ट सेमेस्टर की परीक्षा में छात्र जिस कॉलेज से प्राइवेट परीक्षार्थी के रूप में शामिल होना चाहते हैं वहां उन्हें 20 अक्टूबर तक पंजीयन कराना होगा। इसके बगैर परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएंगे।