RAIPUR NEWS. छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े पं. रविशंकर शुक्ल विवि छात्रों ने विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया है। हॉस्टल के छात्र जातिगत भेदभाव करने पर कैंपस में 30 सितंबर की रात विरोध-प्रदर्शन किया। अर्धनग्न होकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि उन्हें प्रताड़ित किया गया, निजी कार्य कराया जा रहा है। कुलसचिव ने धमकाया और वार्डन ने प्रताड़ित किया। इसके विरोध में छात्रों ने हॉस्टल के बाहर पं. रविशंकर शुक्ल की प्रतिमा के नीचे ही पूरी रात बिताई। पूरा रात नारेबाजी कर रहे छात्रों ने वार्डन कमलेश शुक्ला पर FIR और कड़ी कार्रवाई की मांग पर अड़े हैं।
रविवि के शहीद चंद्रशेखर आजाद छात्रावास के छात्रों ने रविवि की प्रिवेंस कमेटी के अध्यक्ष, सांसद और मंत्री सहित अन्य लोगों को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि छात्रावास अधीक्षक और बायोटेक्निक विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. कमलेश शुक्ला छात्रों को प्रताड़ित किया है। छात्रों का आरोप है कि कुलसचिव शैलेंद्र पटेल और अधीक्षक कमलेश शुक्ला की दोस्ती है। इसी का हवाला देकर वार्डन धमकाता है। इसके अलावा पत्र में लिखा गया है कि छात्रावास में विराजित गणेश भगवान की संध्या आरती के बाद 9 सितंबर को कुलसचिव ने भी धमकाया। उनके जाने के बाद अधीक्षक ने पावर देखे जाने की बात कहकर ताना मारा गया।
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प्रोफेसर कमलेश शुक्ला को पद से हटाए जाने की मांग विद्यार्थियों ने की थी। विश्वविद्यालय प्रशासन ने एक्शन लेते हुए जांच बैठाई है। प्रोफेसर शुक्ला को पद से भी हटा दिया गया है, लेकिन छात्र इस कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं। वहीं, कुलसचिव शैलेंद्र पटेल ने का कहना है कि मैं यूनिवर्सिटी का कुलसचिव हूं। शुक्ला जी प्रोफ़ेसर हैं। इसमें दोस्ती या दुश्मनी वाली कोई बात नहीं है। मैंने किसी को नहीं धमकाया। ये सब बेबुनियाद बातें हैं।
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छात्रों ने आरोप लगाया कि बीते 3 माह तक उनका जिस तरह से शारीरिक और मानसिक शोषण हुआ है, उसके आधार पर छात्रावास अधीक्षक पर अनुशासनात्मक कार्रवाई किए जाने के साथ ही FIR भी होनी चाहिए। छात्र अब पुलिस में शिकायत की मांग पर अड़े हैं।