KOLKATA. कोलकाता के आरजी कर हॉस्पिटल में ट्रेनी डॉक्टर से दुष्कर्म-हत्या मामले में अब प्रवर्तन निदेशालय (ED) की एंट्री हो गई है। दरअसल, अस्पताल की वित्तीय अनियमितता के मामले में ईडी ने संदीप घोष और उससे जुड़े अन्य लोगों के ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी है। कोलकाता में ED की रेड 5 से 6 लोकेशन पर चल रही है। यह छापेमारी संदीप घोष और उससे जुड़े अन्य लोगों के ठिकानों पर हो रही है। इस दौरान कई दस्तावेज जब्त किए गए हैं।
इससे पहले, CBI ने वित्तीय अनियमितता में कथित संलिप्तता को लेकर आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के पूर्व प्राचार्य डॉ. संदीप घोष और तीन अन्य को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार किए गए तीन अन्य लोगों में घोष का सुरक्षाकर्मी अफसर अली (44) और अस्पताल के विक्रेता बिप्लव सिंघा (52) और सुमन हजारा (46) थे. ये लोग अस्पताल को सामग्री की आपूर्ति किया करते थे।
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जानकारी के अनुसार संदीप घोष के प्रिंसिपल रहने के दौरान संस्थान में कई मामलों में वित्तीय अनियमितताओं की शिकायत आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व उपाधीक्षक डॉ. अख्तर अली ने दर्ज कराई थी। इसमें उन्होंने संदीप घोष पर अस्पताल में लावारिस शवों की तस्करी, बायो-मेडिकल कचरे के निपटान में भ्रष्टाचार, निर्माण निविदाओं में भाई-भतीजावाद के आरोप लगाए थे। कोलकाता पुलिस पहले इस मामले की जांच कर रही थी।
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बता दें कि कोलकाता पुलिस ने 19 अगस्त को संदीप घोष के खिलाफ आईपीसी की धारा 120बी, 420 और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 की धारा 7 के तहत केस दर्ज किया था, लेकिन हाईकोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई ने 24 अगस्त को जांच अपने हाथ में ली थी। इन्ही धाराओं के तहत ही संदीप घोष को गिरफ्तार किया गया था। दुष्कर्म-हत्या मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस मामले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई भी चल रही है।