RAIPUR. लोकसभा चुनाव के बाद अब छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है। नवंबर-दिसंबर में होने वाले इस चुनाव की तैयारी सरकार ने भी शुरू कर दी है। वहीं, इस चुनाव से पहले नगर निगमों, नगर पालिकाओं व नगर पंचायतों का परिसीमन भी कराया जाएगा। रायपुर समेत जिन नगर निगमों में वार्डों की संख्या 70 है, वहां परिसीमन नहीं होगा। इससे कम वार्ड वाले निकायों के वार्डों की सीमाएं नए सिरे से तय होंगी।
जानकारी के अनुसार प्रदेश में 184 निकाय हैं। इनमें से 169 में ही चुनाव होंगे। बाकी 15 निकायों का कार्यकाल 2025 में पूरा होगा। वहीं, जिन निगमों, नगर पालिकाओं या नगर पंचायतों से अलग कर नए निकाय बने हैं वहां वार्डों की संख्या बढ़ सकती है। जैसे कोरबा नगर निगम से अलग कर बांकी मोंगरा को नई नगर पालिका बनाया है। अब कोरबा में वार्डों का परिसीमन हो सकता है। वार्डों की रचना इस तरह की जाएगी कि प्रत्येक वार्ड की जनसंख्या पूरे निकाय में एक जैसी हो। वार्ड में शामिल इलाका संहृत क्षेत्र हो।
बताया गया कि 2011 की जनगणना की जनसंख्या को ध्यान में रखकर नए सिरे से वार्डों का परिसीमन होगा। बता दें कि 2021 में होने वाली जनगणना कोरोना की वजह से नहीं हो सकी है। इसलिए 2011 की जनगणना को अाधार बनाया जा रहा है। तब जनसंख्या 2.55 करोड़ थी। हालांकि राज्य सरकार ने पिछले साल संभावित जनसंख्या 3.20 करोड़ तक अांकी है।
राज्य निर्वाचन अायोग द्वारा नगरीय निकायों के वार्डों के परिसीमन का अाग्रह सरकार से किया है। अब नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने कलेक्टरों को इसकी जिम्मेदारी दी है। नए वार्ड बन जाने के बाद यानी परिसीमन के बाद ही नए वार्डों की सीमा के अनुसार मतदाता सूची बननी प्रारंभ होगी। इसके अाधार पर निकाय चुनाव तय समय पर होंगे। परिसीमन की रिपोर्ट भी विभाग ने मांगी है। इसके बाद विभाग राजपत्र में इसका प्रकाशन करवाएगा।
जानिए क्या होगा परिसीमन में
वार्ड की चारों दिशा से सीमाएं जांची जाएगी। वार्ड की जनसंख्या देखी जाएगी। उनमें मकान-दुकान की स्थिति। वहां रहने वाले लोगों की जाति अनुसूचित जाति-जनजाति के आंकड़ों को विभाग को भेजा जाएगा। जरूरत पड़ने पर वार्ड के मुहल्लों को आस-पास के छोटे वार्ड में जोड़कर उनका वार्ड नंबर बदला जा सकता है।