NEW DELHI. लोकसभा चुनाव के बीच सियासी क्षेत्र से एक बुरी खबर मिली है। बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और BJP के दिग्गज नेता सुशील कुमार मोदी का सोमवार रात को निधन हो गया है। वे 72 साल के थे। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, सीएम विष्णुदेव साय समेत कई दिग्गज नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।
सुशील कुमार मोदी ने इस साल अप्रैल में खुलासा किया था कि वह कैंसर से पीड़ित हैं और अपने खराब स्वास्थ्य के कारण वह 2024 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। पूर्व राज्यसभा सांसद का पार्थिव शरीर आज यानी 14 मई को पटना के राजेंद्र नगर इलाके में उनके आवास पर लाया जाएगा और दिन में अंतिम संस्कार किया जाएगा।
सोशल मीडिया पर बताया था अपनी बीमारी के बारे में
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम ने सोशल मीडिया पर कहा था कि मैं पिछले छह महीने से कैंसर से जूझ रहा हूं। मुझे लगता है कि अब इसे सार्वजनिक करने का समय आ गया है। मैं लोकसभा चुनाव के दौरान अपना काम नहीं कर पाऊंगा। मैंने इसे पीएम के साथ शेयर किया है। देश, बिहार और मेरी पार्टी के प्रति मेरा आभार।
PM मोदी ने सुशील मोदी के योगदान को किया याद
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर लिखा कि पार्टी में अपने मूल्यवान सहयोगी और दशकों से मेरे मित्र रहे सुशील मोदी जी के असामयिक निधन से अत्यंत दुख हुआ है। बिहार में भाजपा के उत्थान और उसकी सफलताओं के पीछे उनका अमूल्य योगदान रहा है। आपातकाल का पुरजोर विरोध करते हुए, उन्होंने छात्र राजनीति से अपनी एक अलग पहचान बनाई थी। वे बेहद मेहनती और मिलनसार विधायक के रूप में जाने जाते थे। राजनीति से जुड़े विषयों को लेकर उनकी समझ बहुत गहरी थी। उन्होंने एक प्रशासक के तौर पर भी काफी सराहनीय कार्य किए। जीएसटी पारित होने में उनकी सक्रिय भूमिका सदैव स्मरणीय रहेगी। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और समर्थकों के साथ हैं। ओम शांति!
CM साय ने भी जताया दुख
सुशील कुमार मोदी के निधन पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शोक संवेदना व्यक्त की। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री, भाजपा परिवार के वरिष्ठ सदस्य श्री सुशील कुमार मोदी जी के देवलोकगमन की दुःखद सूचना प्राप्त हुई। प्रभु श्रीराम से पुण्यात्मा की शांति एवं शोकसंतप्त परिजनों को दुःख की इस घड़ी में संबल प्रदान करने की प्रार्थना करता हूँ।
छात्र कार्यकर्ता के रूप में शुरू हुआ था राजनीतिक करियर
बताया जाता है कि सुशील कुमार मोदी ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत पटना विश्वविद्यालय में एक छात्र कार्यकर्ता के रूप में शुरू की थी। पटना के साइंस कॉलेज से उन्होंने ग्रेजुएशन किया था. उनकी शुरुआती शिक्षा की बात की जाए तो पटना के सेंट माइकल स्कूल से उन्होंने पढ़ाई की थी। सुशील कुमार मोदी कुल तीन बार विधायक बने। पहली बार 1990, फिर 1995 और फिर 2000 में वे विधायक बने थे। 2020 में पहली बार वो राज्यसभा सांसद बने थे। हालांकि इसी साल कुछ दिन पहले उनका कार्यकाल समाप्त हुआ था। इसके बाद उन्हें दोबारा मौका नहीं दिया गया था।
जेपी आंदोलन के समय रही थी अहम भूमिका
बता दें कि वर्ष 1974 में जेपी आंदोलन के समय सुशील मोदी की अहम भूमिका रही थी। उन्होंने छात्र जीवन से ही सियासत में एंट्री की थी। 1973 से 1977 के बीच वह पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ के महामंत्री थे। सुशील मोदी 1990 में सक्रिय राजनीति में शामिल हो गए और उन्होंने ‘पटना सेंट्रल’ विधानसभा (अब कुम्हरार विधानसभा क्षेत्र) से चुनाव लड़ा और उसमें जीत हासिल की थी।