RAIGARH. रायगढ़ लोकसभा चुनाव में इस बार स्थानीय मुद्दे हावी रहेंगे। कांग्रेस रायगढ़ जशपुर जिले की खराब सडकें, अधूरा एनएच, पलायन और धर्मांतरण को मुद्दा बना रही है। वहीं स्थानीय सांसद की निष्कृयता को लेकर भी भाजपा को घेरने की तैयारी कर रही है।
तो वहीं भाजपा मोदी की गारंटी और विधानसभा में जीत के बाद पूरा किए जा रहे वादों के भरोसे फिर से सत्ता में आने की जुगत लगा रही है। इस सीट पर प्रत्याशी भले ही कोई भी हो लेकिन मुद्दे इस कदर हावी हो रहे हैं कि इस चुनाव में भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों की जीत आसान नहीं होगी।
रायगढ़ लोकसभा सीट तो साल 1999 के बाद से लगातार भाजपा के कब्जे में रही है। इस सीट पर सीएम विष्णुदेव साय 2019 तक लगातार चार बार सांसद रह चुके हैं। विष्णुदेव साय ने इस दौरान प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के साथ साथ केंद्रीय राज्य मंत्री की जवाबदारी भी संभाली है।
विष्णुदेव साय के सीएम बनने के बाद भाजपा इस सीट पर फिर से जीत का दावा कर रही है। सीएम विष्णुदेव साय ने तो इस सीट से भाजपा को तीन लाख वोटों से जीत का टारगेट दिया है। लेकिन भाजपा के लिए जीत की राह आसान नहीं होने वाली।
ऐसा इसलिए क्योंकि इस सीट पर स्थानीय मुद्दों की कमी नहीं है। इस क्षेत्र में खस्ताहाल सड़कें, पत्थलगांव जशपुर और रायगढ़ सराईपाली तक अधूरा एनएच, बेरोजगारी की वजह से पलायन, रेल सुविधाओं की कमी जैसे मुद्दे हावी हैं।
कांग्रेस इन समस्याओं को मुद्दा बनाकर भाजपा को घेरने की तैयारी कर रही है। कांग्रेस का कहना है कि पच्चीस सालों तक काबिज रहने के बाद भी भाजपाई सांसदों की एक भी उपलब्धि नहीं है जिसे लेकर वे जनता के बीच जा सकें। जनता इस बात को समझ चुकी है।
कांग्रेस सांसदों की निष्कृयता के साथ साथ इन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जा रही है और जनता का समर्थन हासिल कर रही है। अनिल शुक्ला जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष का दावा है कि इस सीट पर इस बार भाजपा का मिथक टूटेगा और कांग्रेस को एतिहासिक जीत हासिल होगी।
इधर भाजपा प्रदेश में सत्ता में आने के बाद जीत को लेकर और भी उत्साहित है। विवेक रंजन सिन्हा, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य भाजपा का कहना है कि सत्ता में आने के पहले भाजपा ने जो भी वादा किया था उसे मोदी की गारंटी के तहत सरकार पूरा कर रही है, ऐसे में जनता का भरोसा भाजपा के प्रति बढा है। भाजपा मोदी के चेहरे को लेकर जनता के बीच जा रही है और पार्टी को व्यापक जनसमर्थन भी मिल रहा है। ऐसे में लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रदेश की 11 की 11 सीटें जीतकर कीर्तिमान रचेगी।