BHILAI. छत्तीसढ़ समेत कई राज्यों में फैला महादेव सट्टेबाजी एप पर लगातार प्रवर्तन निदेशालय (ED) समेत कई जांच एजेंसियां कर रही हैं। इस बीच, एक बड़ी खबर मिली है। इस मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए ईडी ने महादेव एप के मुख्य सरगना रवि उप्पल को दुबई में गिरफ्तार किया है। अब रवि उप्पल को भारत लाने की तैयारी की जा रही है। रवि के दूसरे मुख्य आरोपी सौरभ चंद्राकर के खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था।
जानकारी के अनुसार रवि उप्पल को पिछले हफ्ते दुबई में गिरफ्तार किया गया था और ED के अधिकारी उसे भारत भेजने के लिए दुबई के अधिकारियों के संपर्क में हैं. रवि उप्पल के खिलाफ भारत में छत्तीसगढ़ और मुंबई पुलिस जांच कर रही है. जबकि महादेव सट्टेबाजी ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी जांच कर रही है। गिरफ्तार आरोपी रवि उप्पल महादेव एप के दो मालिकों में से एक है, वह दूसरे मुख्य आरोपी सौरव चंद्राकर का सहयोगी है।
चार्जशीट में 6000 करोड़ रुपए का हेरफेर
ईडी की चार्जशीट में आरोप लगाया गया है कि रवि उप्पल और उसके सहयोगियों ने मिलकर करीब 6000 करोड़ रुपये का हेरफेर किया है। छत्तीसगढ़ में पुलिस की मिलीभगत और कुछ अन्य लोगों के माध्यम से नौकरशाहों और राजनेताओं को रिश्वत के पैसे पहुंचाए गए। बाद में ईडी के अनुरोध पर इंटरपोल द्वारा रेड नोटिस जारी किया गया था। जांच एजेंसियों ने आरोप पत्र में अदालत को बताया है कि उप्पल ने प्रशांत महासागर में द्वीप वानुअतु का पासपोर्ट लिया है, लेकिन उसने भारतीय नागरिकता नहीं छोड़ी है।
भिलाई के सुपेला में टायर की दुकान चलाता था रवि
बता दें कि गिरफ्तार रवि उप्पल भिलाई के सुपेला दक्षिण गंगोत्री में टायर की दुकान चलता था। इसके अलावा जगह-जगह नलकूप खनन का कार्य भी किया करता था। इसके पिता भिलाई इस्पात संयंत्र में बड़े पद पर थे, जो रिटायर हो गए थे। इस दौरान उन्होंने काफी पैसे एकत्र कर रखें थे। रवि उप्पल जगह-जगह होने वाले आयोजनों में जाकर पैसे दिया करता था और अपने नाम का प्रचार प्रसार करवाता था। अपने आपको बड़ा आदमी बताने में लगा रहता था। इसके द्वारा सेक्टर 6 स्थित एक मंदिर में नलकूप खनन करवा कर पैसे भी नहीं लिए गए थे।