RAIPUR. छत्तीसगढ़ के पारंपरिक त्योहार तीजा-पोरा में महिलाएं अपने मायके जाती हैं। छत्तीसगढ़ी व्यंजन और पकवान बनाए जाते हैं। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल के रायपुर स्थित निवास में कार्यक्रम में रखा गया था। हजारों की संख्या में महिलाएं सीएम के आवाज में पहुंची। मुख्यमंत्री निवास आज कार्यक्रम में आई सभी महिलाओं का मायका बन गया था। जहां महिलाओं का भाई बनकर सीएम भूपेश बघेल ने आज उन्हें उपहार दिया है।
सीएम बघेल ने की नंदी बैल और हल की पूजा
सीएम भूपेश बघेल ने इस अवसर पर अपने पूरे परिवार के साथ भगवान शंकर और माता पार्वती की पूजा अर्चना की । इसके बाद पोरा के अवसर पर हल और नंदी बैल की पूजा करके प्रदेशवासियों के खुशहाली की कामना भी की है। साथ ही उनके निवास पहुंची सभी महिलाओं से सपरिवार मुलाकात की और सांस्कृतिक कार्यक्रमों, झूला और छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का लुत्फ उठाया।
बारिश होनी अच्छी बात
सीएम बघेल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के पारंपरिक त्योहार तीजा, विश्व आदिवासी दिवस, कर्मा जयंती, छेरछेरा पुन्नी जैसे विशेष अवसरों को और भी ज्यादा आनंदित बनाने के लिए शासकीय अवकाश घोषित किया गया है। छत्तीसगढ़ में मान्यता है कि तीजा में जब महिलाएं अपने मायके जाती हैं तो बारिश होती है। पिछले दो दिनों से बारिश हो रही है ये अच्छी बात है। पिछले पांच वर्षों में। हमारे प्रदेश को अकाल का सामना नहीं करना पड़ा है।
महिलाओं के सम्मान में बनाया कानून
सीएम बघेल ने आगे कहा कि हमारे प्रदेश की बहने प्रत्येक क्षेत्र में अपना एक अहम योगदान दे रही हैं। साथ ही बढ़ चढ़कर कार्यक्रमों में हिस्सा ले रही हैं। इनके सम्मान में ही इनसे छेड़खानी करने वाले को सरकारी नौकरी न देने का फैसला लेते हुए कानून बनाया गया है।
इस मौके पर महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंड़िया, सांसद फूलोदेवी नेताम तथा दिल्ली से विशेष रूप तीजा पोरा मनाने आई सुप्रिया श्रीनेत ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक ने किया। इस अवसर पर राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन, संसदीय सचिव संगीता सिन्हा, शकुन्तला साहू, विधायक देवती कर्मा, सावित्री मंडावी, अनिता योगेन्द्र शर्मा सहित बड़ी संख्या में प्रदेशभर से आई महिलाएं उपस्थित थी।