RAIPUR. छत्तीसगढ़ में नग्न प्रदर्शन मामले में राज्य की भूपेश सरकार की ओर से सफाई दी गई है. सफाई में बताया गया है की 2020 में फर्जी जाती प्रमाण पत्र बनवाकर नौकरी करने एक मामले में जांच समिति की रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई होने में इतनी देरी क्यूँ हुई है.
बता दें ST/SC वर्ग के युवाओं द्वारा विधानसभा रोड में नग्न प्रदर्शन करने के बाद से ही प्रदेश की विपक्षी पार्टी भाजपा, सत्ताधारी भूपेश सरकार पर निशाना साध रही है कि 2020 में जांच समिति की रिपोर्ट आने के बावजूद सरकार ने इस पर कोई एक्शन नहीं लिया है. बीते बुधवार विधानसभा में भी इस पर भाजपा और कांग्रेस में जमकर बहस हुई. जिसके बाद भूपेश सरकार ने इस मामले में सफाई जारी की है.
NSUI के प्रदेश महासचिव आकाश कनौजिया ने बताया कि कांग्रेस सरकार आरक्षित वर्ग के अधिकारों को लेकर सजग है. फर्जी जाती प्रमाण पत्र मामले में सतत कार्रवाई की जा रही है. जांच समिति की 2020 में आई रिपोर्ट के अनुसार 269 प्रकरणों में कार्रवाई की गई है.
लिया गया एक्शन
40 लोगों को इस मामले में अब तक बर्खास्त कर दिया गया है. 109 लोगों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई जारी है. 16 प्रकरणों में लोग मृत या सेवानिवृत्ति हो चुके हैं. कोर्ट ने 90 लोगों की बर्खास्तगी पर स्टे लगा दिया है.