GWALIOR NEWS. ग्वालियर में चल रहे डॉ. भीमराव आंबेडकर की मूर्ति स्थापना विवाद को लेकर शहर और आसपास के जिलों में सुरक्षा बेहद कड़ी कर दी गई है। दलित संगठनों ने 15 अक्टूबर को कड़ा विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है। वहीं, सवर्ण समाज के संगठन भी शक्ति प्रदर्शन की बात कह चुके हैं।
इसी के चलते पुलिस और प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है और माहौल को सामान्य बनाए रखने की कोशिश कर रहा है। हालात संभालने के लिए ग्वालियर पुलिस के साथ-साथ दूसरे जिलों के करीब आठ सौ जवान भी तैनात किए गए हैं। कुल मिलाकर चार हजार से अधिक पुलिसकर्मी, दो शिफ्टों में शहर और चौराहों पर ड्यूटी कर रहे हैं।
शहर में नाकेबंदी
पहली शिफ्ट सुबह छह से शाम छह बजे तक चल रही है। वहीं, दूसरी शिफ्ट शाम छह से अगले दिन सुबह छह बजे तक रहती है। सुरक्षा व्यवस्था के तहत ग्वालियर, भिंड, मुरैना, दतिया और शिवपुरी में 30 से ज्यादा चेक पोस्ट और नाकाबंदी पॉइंट बनाए गए हैं।
सिर्फ ग्वालियर में ही 36 नाकाबंदी प्वाइंट लगाए गए हैं, जिनमें 17 शहर में और 19 देहात में हैं। यहां पर पुलिस के जवानों की निगरानी लगातार जारी है। खास नाकाबंदी प्वाइंट जैसे- निरावली तिराहा (मुरैना रोड), शिवपुरी-श्योपुर रोड, भिंड रोड, दतिया-चांदपुर तिराहा आदि जगहों पर फोर्स की ज्यादा तैनाती की गई है।
यह है विवाद का कारण
डॉ. आंबेडकर की प्रतिमा कथिततौर पर लगाने को लेकर विवाद की शुरुआत 17 मई 2025 को हाईकोर्ट परिसर में हुई थी। जूनियर वकीलों ने प्रतिमा लगवाने की मांग की, जिसके बाद दोनों पक्षों में बहस और झड़प हो गई थी।
बाद में प्रशासन ने प्रतिमा पर रोक लगाते हुए उसे शहर से 15 किलोमीटर दूर मूर्तिकार के वर्कशॉप में रखवा दिया था। इसके साथ ही मूर्ति की निगरानी के लिए दो पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। व्यापारियों और स्कूल संचालकों को भी सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
सोशल मीडिया पर भी नजर
इस पूरे मामले ने सोशल मीडिया पर और ज्यादा तूल पकड़ लिया। पुलिस ने दो दिनों में 500 से ज्यादा सोशल मीडिया पोस्ट डिलीट कराईं हैं। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर लगातार नजर भी रखी जा रही है। जिन आईडी से पोस्ट वायरल की गईं हैं, उनकी पड़ताल भी की जा रही है। फर्जी पाए जाने पर एफआईआर दर्ज की जा रही है।
कलेक्टर ने लगाई रैली, सभी पर रोक
स्थिति को काबू में रखने के लिए ग्वालियर कलेक्टर ने 15 अक्टूबर तक हथियार लेकर चलने पर और धरना-प्रदर्शन, रैली, सभा आदि पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी है। पुलिस ने होटल, धर्मशालाओं और आश्रय स्थलों पर भी नजर रखना शुरू कर दिया है।