BILASPUR NEWS. एक हैरान कर देने वाले वीडियो में स्कूल के बच्चों को ट्रांसफार्मर लगाने के लिए मजदूर बनाकर प्रयोग किया गया, जहाँ वे स्कूल के सामने रस्सा खींचते दिख रहे हैं। यह न सिर्फ बच्चों की पढ़ाई रोके जाने की घटना है, बल्कि उनके जीवन को खतरे में डालने जैसा मामला भी है।
बता दें, मामला बिलासपुर जिले के तखतपुर ब्लॉक के चनाडोंगरी हाईस्कूल का है। जहां पर बीते सोमवार को स्कूल के सामने बिजली विभाग की ओर से ट्रांसफार्मर लगाने का काम किया जा रहा था। इस दौरान विभाग के कर्मचारी तो थे ही साथ में स्कूल के 5 से 10 बच्चों को बुलाकर रस्सी से ट्रांसफार्मर का खिंचने का काम कराया गया।
घटना के दौरान बच्चों की पढ़ाई रोक दी गई और उन्हें ऐसे काम में लगाया गया, जिसमें बिजली का ख़तरा और शारीरिक चोट का जोखिम था। वीडियो में साफ़ दिख रहा है कि न तो कोई सुरक्षा इंतज़ाम था और न ही वयस्क निगरानी में यह कार्य कराया गया।
वीडियो में स्कूल के सामने बच्चों को रस्सा खींचने का काम करते दिखाया गया है।
एक खतरनाक और अनुचित स्थिति जिसमें बच्चों की शिक्षा बाधित होकर उन्हें श्रमिक के रूप में इस्तेमाल किया गया है। यह केवल शिक्षा का हनन नहीं है, बल्कि बच्चों की जान जोखिम में डालने के बराबर है—ऐसे कार्य बच्चों की शारीरिक और मानसिक सुरक्षा को खतरे में डालते हैं। इस घटना को लेकर जनआक्रोश फैल गया है और लोग जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। फिलहाल प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की प्रतिक्रिया
इस पर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह बच्चों की शिक्षा और जीवन, दोनों के साथ खिलवाड़ है। उन्होंने राज्य के मुखिया पर तंज कसते हुए कहा—“मुखिया को चुप्पी तोड़नी होगी।”