BILASPUR NEWS. छत्तीसगढ़ में सड़क पर बैठी गायों की हादसों में मौतों की खबरें लगातार आ रही है। इसी बीच, रायपुर-बिलासपुर नेशनल हाईवे पर एक बड़ा हादसा हो गया है। सड़क पर बैठे 16 से अधिक गायों को अज्ञात वाहनों ने कुचल दिया, जिससे 15 की मौत हो गई। वहीं एक मवेशी घायल है। इस घटना के बाद विषय को लेकर विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल व गौरक्षकों ने किया एन एच 130 पर चक्काजमा किया। इस दौरान दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी कतारें लग गईं। हालांकि प्रशासनिक अमला घटनास्थल पहुंच गया है।
जानकारी के अनुसार हिर्री-सरगांव थाना क्षेत्र के लिमतरा के पास आज यानी 31 जुलाई को बिलासपुर-रायपुर हाईवे पर खून से सने गायों के शव बिखरे पड़े थे। दरअसल 30 जुलाई की रात लिमतरा के पास बिलासपुर-रायपुर नेशनल हाईवे पर मवेशियों का झुंड सड़क पर बैठा था। उसी समय तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने मवेशियों को कुचल दिया। गुरुवार की सुबह लोगों ने देखा तब हाईवे पर गौवंशों की लाशें बिखरी पड़ी थी।
इस घटना की जानकारी गौसेवकों को दी गई। वहीं, खबर मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। लगातार हो रहे हादसों से गौ सेवकों में आक्रोश है। उन्होंने मामले में सख्ती से कार्रवाई करने की मांग की है। बता दें कि बिलासपुर हाईकोर्ट ने सड़कों पर घूम रहे मवेशियों को हटाने के लिए राज्य शासन को आदेश जारी कर चुका है, लेकिन सड़कों पर मवेशियों का जमावड़ा लगा रहता है, जिसकी वजह से लगातार हादसे हो रहे हैं।
जानकारी के अनुसार हादसे के बाद घंटों तक घायल गौवंश सडक पर तड़पते रहे, जिससे वहां मौजूद लोगों की आंखें नम हो गईं। यह दृश्य इतना भयावह था कि क्षेत्र में तनाव और गुस्से का माहौल बन गया। घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय ग्रामीणों, गौ रक्षकों व विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल कार्यकर्ताओं की भीड़ घटनास्थल पर एकत्र हो गई। ग्रामीणों ने प्रशासन व एन एच पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा- इस पर कार्रवाई होनी चाहिए।
गौरतलब है कि 20 दिन के भीतर ये तीसरी बड़ी घटना है, जिससे अब तक 50 से अधिक गौवंशों की मौत हो चुकी है। इसके पहले 14 जुलाई तेज रफ्तार वाहन ने 22 गायों को कुचला दिया था, जिससे 17 की मौत हो गई थी। वहीं अगर आंकड़ों की बात करें तो बिलासपुर में सालभर में 100 से ज्यादा गायों की सड़क हादसे में जान गई है।