NEW DELHI NEWS. आज के दौर में ऑनलाइन फ्रॉड के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। इससे हर कोई परेशानी हैं कि आखिर अपना पैसा कहां सुरक्षित रख सकते हैं। इसके साथ पैसा कहां निवेश करें, इसमें भी दुविधा बनी रहती है। दरअसल, पब्लिक प्रोविडेंट फंड के तहत आप लंबे समय के लिए पैसा निवेश कर सकते हैं। इसके तहत आपका पैसा 5 साल के लॉगइन पीरियड में रहता है। इसका मतलब है कि 5 साल से पहले आप पैसा नहीं निकाल सकते। वही इसका मैच्योरिटी पीरियड 15 सालों का है। हालांकि ईएलएसएस का लॉगइन पीरियड 3 साल का रखा गया है। चलिए पहले पीपीएफ के बारे में बेसिक जानकारी जानते हैं।
उदाहरण के तौर पर हर महीने होने वाली निवेश की रकम 5000 रुपये मानी है। इसके साथ ही निवेश अवधि 15 साल मानी गई है। PPF में निवेश करने के लिए 5000 रुपये हर महीने जमा कर सकते हैं, जिसका रिटर्न 7.1% तक मिलेगा। इसकी अवधि 15 साल तय की गई है। अगर कोई व्यक्ति पीपीएफ में हर महीने 5000 रुपये निवेश करता है, तो उसे 7.1 फीसदी रिटर्न के हिसाब से 15 सालो में मैच्योरिटी पर 16,27,284 रुपये मिलेंगे। इन 15 सालों में आपको कुल निवेश 9 लाख रुपये का होगा। इसके साथ ही कुल रिटर्न 7,27,284 रुपये का होगा।
ये भी पढ़ें: JEE Advanced रिजल्ट…कोटा के रजित गुप्ता टॉपर, इतना गया कट-ऑफ, देखें टॉपर्स की लिस्ट, इस तारीख से रजिस्ट्रेशन
वहीं ELSS में 5000 रुपये हर महीने निवेश कर सकते हैं। इसमें रिटर्न अनुमानित 12% से 14% है। इसमें भी 15 साल तक पैसे इन्वेस्ट कर सकते हैं। अगर कोई हर महीने 5000 रुपये निवेश करता है, तो उसे अनुमानित 12 से 14 फीसदी रिटर्न के अनुसार मैच्योरिटी पर 23,79,657 रुपये मिलेंगे। ये पैसा 15 सालों के लिए निवेश किया गया है। जो जोखिम ना चाहते हो, उसके लिए पीपीएफ सही है। वही ऐसे व्यक्ति जो जोखिम झेलने के लिए तैयार हो। साथ ही बेहतर रिटर्न चाहता है, उसके ELSS बेहतर रहेगा।
PPF से जुड़ी बेसिक जानकारी
- पब्लिक प्रोविडेंट फंड सुरक्षित है, इसमें जोखिम होने के कम चांस है।
- इसमें सालाना 7% रिटर्न मिल जाता है। इसमें शेयर बाजार का उतार-चढ़ाव नहीं रहता।
- इसमें न्यूनतम 500 रुपये में निवेश किया जा सकता है। निवेश की अधिकतम लिमिट 1,50,000 रुपये रखी गई है।
- सेक्शन 80 सी के तहत इसमें मिलने वाले लाभ पर 1 लाख 50 रुपये की छूट होती है।
ELSS से जुड़ी बेसिक जानकारी
- ELSS एक म्यूचुअल फंड का ही टाइप है। इसलिए जोखिम होने के चांस ज्यादा है।
- इसमें मिलने वाला न्यूनतम अनुमानित रिटर्न 12 से 14 फीसदी है, जो बाजार के उतार-चढ़ाव परनिर्भर करता है।
- इसे 100 रुपये की एसआईपी (Systematic Investment Plan) के जरिए भी शुरू कर सकते हैं।
- सेक्शन 80 सी के तहत 1 लाख 50 हजार रुपये का टैक्स बेनिफिट मिलता है। हालांकि अगर मिलने वाला लाभ 1 लाख से ज्यादा हो, तो LTCG (Long Term Captial Gain) के तहत टैक्स लगता है।